Shiv navratri 2023 devotees saw lord mahakal in the form of holkar: digi desk/BHN/उज्जैन/ ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शिव नवरात्र के पांचवें दिन मंगलवार को भगवान महाकाल का होलकर रूप में शृंगार किया गया। भगवान के दिव्य रूप का दर्शन करने प्रतिदिन बड़ी संख्या में भक्त उज्जैन पहुंच रहे हैं।
बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे
भगवान के दिव्य स्वरूप के दर्शन करने बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। बुधवार को भगवान का मनमहेश शृंगार होगा। पुजारियों के अनुसार भगवान शिव के सहस्र नामों में एक नाम महेश भी है। मन को मोह लेने वाले शिव के इस मुखारविंद का नाम मनमहेश है।
भगवान कोटेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना
शिव नवरात्र की परंपरा अनुसार सुबह आठ बजे कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित भगवान कोटेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद सुबह नौ बजे से गर्भगृह में पूजन-अर्चन का क्रम शुरू हुआ।
रुद्र पाठ के बाद भोग आरती
एकादश ब्राह्मणों ने रुद्र पाठ किया। दोपहर एक बजे भोग आरती हुई। दोपहर तीन बजे संध्या पूजा के बाद भगवान का होलकर रूप में विशेष शृंगार किया गया