पन्ना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ पन्ना टाइगर रिजर्व को बाघों से आबाद करने वाली बाघिन टी-1 की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। 10 दिन पूर्व हुई बाघिन की मौत के मामले को संदिग्ध बताया जा रहा है। नेशनल हाईवे 39 (झांसी-रांची) से लगे जंगल क्षेत्र के 30 मीटर अंदर मनोर गांव के पास बुधवार को बाघिन का कंकाल मिला है। पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक बृजेंद्र झा ने मौत की पुष्टि की है।
पन्ना के जंगल को किया आबाद
पन्ना में बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत चार मार्च 2009 में टी-1 बाघिन को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाया गया था। इसी बाघिन से पन्ना का जंगल बाघों से पुन: आबाद हुआ है। उसने पांच बार में 13 शावकों को जन्म दिया है।
बाघिन की उम्र 14_15 वर्ष के आसपास की बताई जा रही है। हालांकि बाघों की अधिकतम आयु 14 से 15 वर्ष ही होती है। टी-1 पीटीआर की सबसे शांत बाघिन बताई जाती है। वर्तमान में पीटीआर में 70 से 80 बाघों की हैं।
अंतरराष्ट्रीय फिल्म बन चुकी
पन्ना टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-1 पर एमराल्ड जंगल रिटर्न आफ द टाइगर्स नाम की फिल्म भी बन चुकी हैं। इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल_2022 के लिए भी चुना गया था। यह फिल्म मुंबई के डायरेक्टर सोमेखी लेखी के निर्देशन में करीब 80 मिनट की बनाई गई है। फिल्म में यह बताया गया है कि दोबारा बाघों का जंगल कैसे आबाद हुआ।
रेडियो कालर होने के बावजूद मौत का पता नहीं चला
बाघिन के गले में रेडियो कालर होने के बाद भी पार्क प्रबंधन को मौत का पता नहीं चल पाया। बाघिन की मौत की जानकारी लकड़ी बीनने गए मजदूरों ने दी। जबकि मैदानी अमला इस क्षेत्र में तैनात है। हालांकि क्षेत्र संचालक बृजेंद्र झा इस घटना को प्राकृतिक मौत बता रहे हैं। लेकिन करीब 10 दिन पूर्व बाघिन की मौत हो जाने और प्रबंधन को पता न चलने का उनके पास कोई जवाब नहीं है।
दो माह में तीन बाघों की मौत
- -पन्ना टाइगर रिजर्व में पिछले दो माह में तीन बाघों की मौत हुई है।
- -छह दिसंबर 2022 को पन्ना टाइगर रिजर्व के विक्रमपुर बीट में एक बाघ का शव पेड़ से फांसी पर लटका मिला था। तार के फंदे में फंस जाने से इस बाघ की मौत हुई थी।
- -चार जनवरी 2023 को बाघ के साथ एक लकड़बग्घा की भी करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इस मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।