Madhya pradesh police madhya pradesh police cancels 15 year old procurement system: digi desk/BHN/भोपाल/ मध्य प्रदेश पुलिस की 15 साल पुरानी सामग्री खरीदी प्रक्रिया रद कर दी गई है। अब नई व्यवस्था लागू कर इसी प्रक्रिया से पुलिस के लिए सामग्रियों की खरीदी की जाएगी। मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने खरीदी के नए निर्देश जारी कर दिए हैं। अब गोला-बारूद, शस्त्र, टीयर गैस उपकरण, घोड़े और श्वानों की खरीदी नई प्रक्रिया से की जाएगी।
इन सामग्रियों के साथ इंटरकाम तथा पीएबीएक्स की स्वीकृति के संबंध में क्रय के सारे अधिकार डीजीपी के पास रहेंगे, जबकि सेनेटरी इंस्टालेशन, पुलिस अस्पतालों के लिए दवाईयों तथा उपकरणों, पुलिस मेस के लिए बर्तनों, शैक्षणिक उपकरण तथा बैटरी में बदलाव में सामग्री क्रय के अधिकारी पीएचक्यू की प्रबंध शाखा के एडीजीपी के पास रहेगी। निर्देशों में तकनीकी समिति एवं केंद्रीय क्रय समिति के गठन का भी प्रविधान किया गया है। साथ ही क्रय की प्रक्रिया के 26 बिंदु निर्धारित किए गए हैं।
पुलिस द्वारा क्रय की जाने वाली सामग्री के मापदंड निर्धारण के लिए पुलिस मुख्यालय की विभिन्न शाखाओं को अधिक़ृत किया गया है। संबंधित शाखा सामग्रियों के मापदंड तैयार करेगी, समीक्षा कर नवीन-संशोधित मापदंड का अनुमोदन पुलिस महानिदेशक से प्राप्त कर क्रय शाखा को आवश्चयकता अनुसार उपलब्ध कराएगी। इसके लिए तकनीकी समिति का भी गठन किया जाएगा।तकनीकी मापदंड पुलिस मुख्यालय तथा प्रदेश की समस्त इकाईयों के लिए लागू होंगे और अग्रिम संशोधन तक निरंतर मान्य रहेंगे।
समय पर सामग्री नहीं की प्रदाय तो ब्लेक लिस्ट होगी कंपनी
पांच लाख से अधिक के क्रय में केंद्रीय क्रय समिति की अनुशंसा आवश्यक होगी, जिसमें पुलिस महानिदेशक स्वीकृतिकर्ता अधिकारी होंगे। मध्य प्रदेश शासन के शासकीय उपक्रम, जेम से खरीदी करने पर संपूर्ण नियम संबंधित पोर्टल के ही लागू होंगे। खास बात यह है कि किसी भी संस्था, विक्रेता, निविदाकार से निगोशिऐशन (मोलभाव) नहीं किया जाएगा। सामग्री प्रदायकर्ता फर्म निर्धारित अवधि में सामग्री प्रदाय नहीं करती है तो उसकी सुरक्षा निधि राजसात कर फर्म कालीसूची (ब्लेक लिस्ट) कर दी जाएगी।
विदेश से आयात की जाने वाली सामग्री के प्रदाय की अवधि विस्तारण तथा विलंब पर लगाई जाने वाली पेनाल्टी को तथ्यों एवं परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए परिवर्तन करने की अनुशंसा क्रेता शाखा करेगी, जिस पर पुलिस महानिदेशक का निर्णय अंतिम होगा।
पुलिस की आठ शाखाएं करेगी सामग्री की खरीदी
व्हीकल, एंटीराईट व्हीकल, शस्त्र, गोला, बारूद की खरीदी प्रबंध शाखा करेगी। ड्रोन, सिक्योरिटी सिस्टम आदि सुरक्षा से संबंधित सामग्रियों की खरीदी विशेष शाखा करेगी। फोन, बीपीएक्स, सीसीटीवी, कम्यूनिकेशन इक्यूपमेंट, बाडी वार्न कैमरा, विजुअल डिस्प्ले सिस्टम, एलईडी टीवी, पेनल आदि दूरसंचार शाखा करेगी। स्पीड गन, ब्रीथ एनाइलाईजर, पीए सिस्टम, लाउड हेलर आदि पीटीआरआइ शाखा खरीदेगी।
26 श्वान खरीदेगी 23वीं बटालियन
मध्य प्रदेश पुलिस की एसएएफ 23वीं बटालियन 26 श्वान (डाग) खरीदेगी। इसके लिए नई व्यवस्था के तहत आनलाइन टेंडर किया गया है। इनमेें 11 जर्मन शेफर्ड, 10 डाबरमेन, दो लेबराडोर और तीन बेल्जियम मेलोनाइस नस्ल के श्नान खरीदे जाएंगे।
डायल-100 के लिए खरीदेे जाएंगे 100 नग छोटे मोबाइल
डायल – 100 एफआरव्ही वाहनों के लिए 100 नग मोबाइल फोन खरीदे जाएंगे। यह मोबाइल छोटे और सिंगल सिम के होंगे। यह मोबाइल 2जी-3जी-4जी वेटवर्क, 800 एमएएच की बैटरी, 1.8 इंच का डिस्प्ले, लाउंड स्पीकर साउंड, आकार में छोटा और लाइट वेट का होगा। इसके अलावा उज्जैन में ओपन एयर जिम के लिए सामग्री क्रय की जाएगी और पुलिस कर्मियाें के लिए 300 बुलेट प्रुफ जेकेट और हेलमेट भी खरीेदे जाएंगे।