Covid 19 vaccine nasal vaccine incovacc will be available on co win platform know who will get the this vaccine and how: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ दुनिया भर में Covid-19 के बढ़ते मामलों के बीच केन्द्र सरकार ने ऐहतियाती कदम उठाने शुरु कर दिये हैं। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत बायोटेक के इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन इनकोवैक (INCOVACC) को भी मंजूरी दे दी है। इसे टीकाकरण अभियान में शामिल कर लिया गया है और Co-WIN प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हो चुका है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है, वे इसे हेट्रोलॉगस बूस्टर के रूप में सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि हमने Nasal Vaccine को भी अप्रूवल दे दिया है और ये Precaution dose का भी काम करेगी। चलिए अब आपको इससे जुड़ी तमाम जानकारियां देते हैं –
कौन ले सकता है ये वैक्सीन
इस नेजल वैक्सीन को भारत बायोटेक और अमेरिका की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी ने मिलकर बनाया है।
- नेजल वैक्सीन INCOVACC को बूस्टर खुराक के रूप में आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंजूरी मिली है।
- 18 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोग ये वैक्सीन ले सकते हैं।
- इसे लेना सुविधाजनक है क्योंकि ये नाक से दी जानेवाली वैक्सीन है।
- जिन लोगों ने कोवैक्सीन या कोविशील्ड लगवा रखी है, वो इसे बूस्टर डोज के तौर पर ले सकते हैं।
कहां मिलेगी
इसे Co-WIN प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके बाद वैक्सीन लगवाने के लिए बुकिंग की जा सकती है।
कितनी असरदार होगी ये वैक्सीन
वायरस ज्यादातर नाक के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश करता है। ऐसे में यह वैक्सीन आपके इम्यून सिस्टम को आपके ब्लड में और आपकी नाक में प्रोटीन बनाने में मदद करती है ताकि आप आसानी से वायरस से लड़ सकें। हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा था कि इस वैक्सीन का तीन चरणों में ट्रायल किया गया और सभी में सफल परिणाम मिले। कंपनी ने वैक्सीन के ट्रायल के बाद दावा किया था कि यह काफी असरदार है और अपर रेस्पिरेटरी सिस्टम में कोरोना के खिलाफ आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करेगी।
सरकार की तैयारी
वैसे भारत में पिछले 8 महीनों में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट देखी गई है और पॉजिटिविटी सिर्फ 0.14% रही है। 4 केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में कोई सक्रिय मामले नहीं हैं। फिर भी सावधानी बरतते हुए मास्क को फिलहाल एडवाइजरी के तौर पर रखा गया है और एयरपोर्ट पर 2% यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू की गई है।