सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput Death Case) में अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) का खुलकर दिवंगत अभिनेता के पक्ष में आना और राज्य सरकार पर हमलावर रुख ने अब धीरे-धीरे बीजेपी बनाम शिवसेना के बीच सियासी लड़ाई बनती जा रही है। एक तरफ जहां शिवसेना कंगना पर लगातार हमले बोल रही है और उन्हें बेईमान, देशद्रोही और हरामखोर तक बता चुकी है तो वहीं, बीजेपी ने अभिनेत्री का बचाव किया। यही नहीं, केंद्र ने कंगना को Y श्रेणी की सुरक्षा भी दे दी है। राजनीतिक विश्लेषक भी इसे दो दलों की सियासी लड़ाई भी बताने लगे हैं।
कंगना के बयान से बीजेपी को सियासी लाभ?
दरअसल, कंगना लगातार पुलिस से लेकर प्रशासन पर आरोप लगा रही है। राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार है। एनसीपी और कांग्रेस पार्टी बिहार में आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। ऐसे में कंगना के बयान का सियासी फायदा बीजेपी को मिलने से इनकार नहीं किया जा सकता है। सुशांत की मौत के बाद से ही बीजेपी भी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही थी। सुशांत का बिहार से रिश्ता है और राज्य में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बीजेपी-शिवसेना की लड़ाई को सियासी पंडित इस नजरिए से भी देख रहे हैं। बिहार में सुशांत की मौत पर जीरो FIR दर्ज हुई थी और राज्य सरकार ने सुशांत की पिता की मांग पर केंद्र सरकार को सीबीआई जांच की अनुशंसा की थी, जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट की भी हरी झंडी मिल गई थी।
Check Also
संक्रमण की चेन को तोड़ने संवाद को बनाया प्रमुख अस्त्र, काउंसलर की भूमिका निभाई मुख्यमंत्री ने
“अभिनव पहल” सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ महामारी के दौर में प्रदेश में ही नहीं …