Photos of teachers will be installed in government schools of madhya pradesh: digi desk/BHN/भोपाल/मध्य प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में वहां पदस्थ प्राचार्य, उप प्राचार्य, शिक्षक और अन्य कर्मचारियों की तस्वीरें लगाई जाएंगी, ताकि कोई अपरिचित व्यक्ति शिक्षक बनकर स्कूल में प्रवेश न कर सके। साथ ही विद्यार्थी और अभिभावक प्रत्येक शिक्षक की पहचान सुनिश्चित कर सकें। इससे स्कूलों में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश तो रुकेगा ही, अपनी जगह किसी और को पढ़ाने भेजने वाले शिक्षकों का भी राजफाश हो सकेगा। प्रदेश में पहले ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग एक-दो दिन में इसके आदेश जारी कर सकता है।
विभाग के आला अधिकारियों के निर्णय अनुसार स्कूल में एक ऐसे स्थान पर सभी कर्मचारियों के फोटो लगाए जाएंगे, जहां सभी आसानी से उन्हें देख सकें। इसके अलावा जिस कक्षा में जो शिक्षक नियमित रूप से पढ़ाने जाते हैं। उस कक्ष में उनके फोटो, नाम और पदनाम सहित लगाए जाएंगे। ताकि प्रत्येक विद्यार्थी नाम एवं चेहरे से अपने शिक्षक को पहचान सके। अभिभावक-शिक्षक बैठक में आने वाले अभिभावक भी जान सकें कि उनके बच्चे को कौन शिक्षक पढ़ा रहा है। इससे शिक्षकों की जिम्मेदारी भी तय होगी, ताकि वे बेहतर पढ़ाएं। स्कूलों को ये तस्वीरें स्थानीय फंड से लगानी होंगी।
उल्लेखनीय है कि जून, 2022 में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में आयोजित मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी राज्यों से ऐसा करने को कहा था।
शिक्षक के बदले पढ़ाते हैं अन्य लोग
मध्य प्रदेश में भी ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। विदिशा जिले के गंजबासौदा में करीब 10 साल पहले संयुक्त संचालक की जांच में ऐसा मामला सामने आया था। इसमें शिक्षक स्कूल के नजदीक ही किराने की दुकान चला रहा था और एक अन्य व्यक्ति उनके नाम से स्कूल में पढ़ा रहा था। जिसके लिए शिक्षक उसे हर माह तय राशि दे रहा था। ऐसे और भी मामले बाद में पकड़े गए थे।