T20 World Cup 2nd Semi Final, India vs England: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ गुरुवार, 10 नवंबर को एडिलेड ओवल ग्राउंड में भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा सेमीफ़ाइनल खेला जाएगा। सेमीफाइनल तक भारत की राह काफ़ी आसान रही, हालांकि साउथ अफ़्रीका से हारने के बाद थोड़ी परेशानी बढ़ गई थी। वहीं इंग्लैंड को भले ही आयरलैंड से हार का सामना करा पड़ा और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मैच रद्द होने का फायदा मिला, लेकिन न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका के ख़िलाफ़ उसने शानदार क्रिकेट का प्रदर्शन किया है। आपको बता दें कि भारत और इंग्लैंड में से जो भी गुरुवार को एडिलेड का मैदान मारेगा वह ही मेलबर्न में खिताब के लिए पाकिस्तान का सामना करेगा। फैंस उम्मीद लगाए बैठे हैं कि 13 तारीख का फाइनल भारत-पाकिस्तान के बीच होगा।
टीम इंडिया की ताकत
भारत के लिए सूर्यकुमार यादव सबसे बड़ी उम्मीद बनकर उभरे हैं। वैसे ये रनों के मामले में टूर्नामेंट के सर्वाधिक स्कोरर विराट कोहली (246) से काफ़ी पीछे हैं लेकिन इस टूर्नामेंट में सूर्यकुमार ने 193.96 के स्ट्राइक रेट से 225 रन बनाये हैं। सूर्यकुमार स्पिन और पेस दोनों के ख़िलाफ़ तेज़ी से रन बनाने में माहिर हैं। ऐसे में वह जितनी देर मैदान पर डटे रहेंगे, टीम इंडिया के लिए उतने ही फायदेमंद होंगे।
दूसरी ओर विराट कोहली मैच में अहम भूमिका निभा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया में विराट कोहली का बल्ला ख़ूब बोलता है। यहां उन्होंने 15 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 77.4 की औसत और 143 के स्ट्राइक रेट से हुए 697 रन बनाए हैं। साथ ही एडिलेड में खेले दोनों टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में उन्होंने अर्धशतक लगाया है। इस मैदान पर वनडे और टेस्ट में उनका औसत 60 से ज़्यादा का है। यही वह मैदान है जहां कोहली ने सबसे ज़्यादा पांच शतक लगाए हैं। ऐसे में विराट कोहली से भी उम्मीदें लगाई जा सकती हैं।
इंग्लैंड की स्थिति
इंग्लैंड में कई सुपरस्टार मौजूद हैं लेकिन इस विश्व कप में सैम करन ने सर्वाधिक 10 विकेट लिए हैं। ऐसे में नई गेंद से स्विंग कराने में माहिर करन भारत के शीर्ष क्रम को परेशान कर सकते हैं। डेथ ओवरों में वह बेहतरीन यॉर्कर डालने की क्षमता भी रखते हैं। भारतीय बल्लेबाजों को इनकी गेंदों को संभलकर खेलना पड़ेगा।
इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों की एक कमजोरी भी दिखी है। इस विश्व कप में उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ 9 के रन रेट से रन बनाया, लेकिन स्पिन के ख़िलाफ़ उनका प्रदर्शन काफ़ी ख़राब रहा है। धीमे गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ उनके बल्लेबाज़ों का रन रेट छह के आसपास रहा है। भारत को इसका ध्यान रखना चाहिए।
कैसा है एडिलेड का मैदान
एडिलेड को बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल विकेट माना जाता है। लेकिन इस विश्व कप में यहां पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 117, 127 और 158 जैसे कम स्कोर ही बनाए गए हैं। वैसे भारत ने इसी पिच पर नीदरलैंड्स के विरुद्ध 184 बनाए थे। एडिलेड में स्कायर बाउंड्री बहुत छोटी है, लेकिन सीधी बाउंड्री रेखा काफ़ी दूर है, इसीलिए तेज़ गेंदबाज़ों को फ़ुल लेंथ करने से फ़ायदा मिलेगा।