MP aaccdient, three people killed in road accident more than a dozen injured: digi desk/BHN/ दतिया/ मध्य प्रदेश के दतिया में सोमवार शाम साढ़े सात बजे रतनगढ़ माता मंदिर पर जवारे चढ़ाकर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर सेवढ़ा सनकुआं सिंध नदी के छोटे पुल से सिंध नदी में जा गिरी। इस दर्दनाक हादसे में जहां 3 लोगों की मौके पर मौत हो गई, वहीं 21 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। सभी मृतक दबोह लहार क्षेत्र के निवासी हैं। घायलों को उपचार के लिए दतिया जिला अस्पताल भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर संजय कुमार व सेवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस व प्रशासन की ओर से बचाव कार्य आरंभ किया गया। रात का समय होने से मौके पर बचाव कार्य में दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार दबोह के वार्ड क्रमांक 8 पानी की टंकी के पास रहने वाले कुशवाह परिवार की ओर से जवारे बोए गए थे। जिन्हें चढ़ाने परिवार के सदस्य और अन्य लोग ट्रैक्टर टाली में सवार होकर रतनगढ़ माता मंदिर पर सोमवार को गए थे। सोमवार को माता रतनगढ़ पर मेला भी लगता है।
माता मंदिर पर जवारे चढ़ाने के बाद सभी श्रद्धालु ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर शाम करीब 7.30 बजे वापिस दबोह लौट रहे थे। इसी दौरान सेवढ़ा सनकुआं सिंध नदी के पुराने छोटे पुल से गुजरते समय ट्रैक्टर ट्राली का पहिया पुल के कटे हिस्से में फंस जाने से वह अनियंत्रित हो गई और पुल में जा गिरी।
इस हादसे में जहां ट्रैक्टर ट्राली में सवार महिला ऊषा कुशवाह, कस्तूरी कुशवाह एवं गब्बर कुशवाह की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 21 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। जिनमें महिलाओं के साथ कुछ बच्चे भी बताए गए हैं। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक यह बड़ा हादसा हुआ है। जिसमें मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। रात का समय होने से मौके पर बचाव कार्य में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मची चीख पुकार
ट्रैक्टर ट्राली पलटने के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। ट्राली में सवार लोग चिल्लाने लगे। जिसके बाद अासपास के लोग बचाव के लिए दौड़े। कुछ समय बाद ही मौके पर पुलिस पहुंच गई। मौके पर गंभीर हालात को देखते हुए तत्काल आसपास से सभी जगह से 108 एंबुलेंस बुलाई गई। जिनकी मदद से पुलिस व प्रशासन ने घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा। आनन फानन में अस्पताल में घायलों के उपचार की व्यवस्था की गई। स्थानीय निवासियों के मुताबिक सेवढ़ा का बड़ा पुल टूटने के बाद से ही छोटे पुल से आवागमन हमेशा जोखिम भरा रहता है। इससे पहले भी यहां हादसे घटित हो चुके हैं।