Shani Pradosh Vrat 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ त्रयोदशी के दिन प्रदोष काल के समय भगवान शंकर की पूजा का विधान है। प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित व्रत है। कहा जाता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के जीवन के दोष दूर होते हैं और समस्याओं से छुटकारा मिलता है। प्रदोष व्रत हर महीने में दो बार पड़ते हैं। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में, वहीं इस महीने 5 नवंबर को प्रदोष व्रत रखा जाएगा।
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम के समय सूर्यास्त से 45 मिनट पूर्व और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है। इस समय को प्रदोष काल कहा जाता है। बता दें कि इस महीने का प्रदोष व्रत शनिवार, को पड़ रहा है इसलिए इसे शनि प्रदोष कहा जाएगा। इस दिन जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उपाय भी किए जाते हैं आइए जानते हैं उपायों के बारे में-
आर्थिक लाभ के लिए करें ये काम
अगर आप बहुत समय से आर्थिक रूप से परेशान चल रहे हैं तो प्रदोष के दिन नीला फूल लेकर पीपल के पेड़ के पास रख दें और घर वापस लौट आएं। फिर घर आकर शनिदेव के मंत्रों का 108 बार जाप करें। इससे आपको आर्थिक लाभ की संभावनाएं बढ़ेगी।
शनि मंत्र-‘ऊं शं शनैश्चराय नम:’
संतान प्राप्ति के लिए करें ये उपाय
संतान प्राप्ति के लिए शनि प्रदोष के दिन शिव मंदिर में शिवलिंग पर 11 फूल और 11 बेलपत्र से बनी माला अर्पित करें। हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि मंत्र का जाप करें।
जीवन में सुख-समृद्धि के लिए करें ये उपाय
परिवार में सुख-समृद्धि पाने के लिए शनि प्रदोष के दिन शाम के समय रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिला दें। ऐसा करने से परिवार में सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
बिजनेस में स्थिरता के लिए करें ये उपाय
अगर आपका अचानक किसी काम में मन नहीं लग राह है और बिजनेस में भी नुकसान झेलना पड़ रहा है तो प्रदोष के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं। ऐसा करने से आपका काम में मन लगने लगेगा और बिजनेस में भी स्थिरता आने लगेगी।
सभी इच्छाओं की पूर्ति के लिए
अगर आप अपनी सभी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं, तो इस दिन कौए को रोटी खिलाएं। साथ ही शनिदेव के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है – ‘शं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः’ ऐसा करने से आपकी सभी इच्छाएं पूरी होगी।