सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह 1 नवंबर 2022 को प्रातः 10ः30 बजे से स्थानीय पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित किया गया है। समारोह के मुख्य अतिथि कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अनुराग वर्मा होंगे। समारोह के प्रतिपल कार्यक्रम के अनुसार मुख्य अतिथि प्रातः 10ः25 बजे समारोह स्थल पर पहुंचेंगे और मध्यप्रदेश गान से समारोह का शुभारंभ होगा।
मुख्य अतिथि ठीक प्रातः 10ः35 बजे ध्वजारोहण करेंगे। ध्वजारोहण के पश्चात राष्ट्रगान का गायन होगा। प्रातः 10ः45 बजे संकल्प और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे एवं प्रातः 11ः30 बजे राष्ट्रगीत वंदे मातरम के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
एक से 7 नवम्बर तक होंगे विविध आयोजन
मध्यप्रदेश का 67वां स्थापना दिवस जन-उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। स्थापना दिवस एक नवम्बर से सात नवम्बर तक रचनात्मक गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। राज्य शासन के निर्देशानुसार म.प्र. स्थापना दिवस के 1 से 7 नवंबर तक आयोजित सभी कार्यक्रम मध्यप्रदेश गान से प्रारंभ होंगे। स्थापना दिवस पर कार्यक्रमों की श्रंखला में एक नवम्बर को सभी जिलों में जन अभियान परिषद के सहयोग से प्रभात फेरियाँ निकाली जायेंगी। दोपहर एक बजे सभी जिलों में जन-सेवा अभियान स्वीकृति-पत्र और अन्य लाभों के वितरण का कार्यक्रम होगा और शाम को भोपाल में सांस्कृतिक प्रस्तुति होगी। इस क्रम में दो नवम्बर को लाड़ली लक्ष्मी योजना की लाड़लियों और उनके माता-पिता के सम्मेलन सभी जिलों में किए जाएंगे। तीन नवम्बर को सभी जिलों में स्वच्छता गतिविधियाँ और महत्वपूर्ण स्थलों पर 67 दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इसी दिन से ग्रामीण खेल प्रतियोगिता और व्यंजन प्रतियोगिताएँ भी होंगी। चार नवम्बर को ‘एक जिला-एक उत्पाद’ पर प्रदेश के सभी जिलों में गतिविधियाँ संचालित होंगी। साथ ही रोजगार मेले भी लगाए जाएंगे। पाँच नवम्बर को प्रदेश के गौरव पर केंद्रित नाटक, लोक नृत्य और जननायकों पर प्रतियोगिताएँ होगीं। छह नवम्बर को सभी जिलों में वृक्षा-रोपण, जल-संरक्षण, ऊर्जा की बचत और पर्यावरण पर केंद्रित गतिविधियाँ की जाएंगी।
कार्यक्रमों की श्रंखला में सात नवम्बर को सभी जिला मुख्यालयों और राज्य स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं और खेल गतिविधियों के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसी दिन सभी जिला मुख्यालयों पर सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय परिवेश की सांस्कृतिक गतिविधियों को विशेष रूप से सम्मिलित किया जाएगा। ग्राम स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं के पुरस्कार ग्राम स्तर पर ही वितरित किए जाएंगे। मध्यप्रदेश गान के प्रति लगाव और सम्मान के उद्देश्य से भी गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी।
स्थापना दिवस पर रहेगा आधे दिन का अवकाश
प्रदेश के स्थापना दिवस एक नवम्बर को पूरे प्रदेश में अपरान्ह में आधे दिवस का शासकीय अवकाश रहेगा। स्थापना दिवस के अवसर पर संध्याकाल में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए सभी शासकीय कार्यालयों में यह अवकाश रहेगा। इस संबंध में शासन द्वारा आदेश जारी किए गए हैं।
स्थापना दिवस के कार्यक्रमों की शुरुआत मध्यप्रदेश गान से होगी
सामान्य प्रशासन के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 1 से 7 नवंबर तक श्रृखंलाबद्ध कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इन सभी कार्यक्रमों की शुरुआत मध्यप्रदेश के गान से होगी। इस संबंध में प्रदेश के समस्त संभागायुक्त, कलेक्टर्स और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं।
जनजातीय गौरव दिवस 15 नवम्बर को धूमधाम से मनाया जायेगा
मध्यप्रदेश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई जाएगी। जनजातीय गौरव दिवस 15 नवम्बर को धुमधाम से मनाया जाएगा। भगवान बिरसा मुंडा ने हमें सिखाया कि कैसे अपने परिवेश के साथ सद्भाव में रहना है और अपनी संस्कृति पर गर्व करना है। उनसे प्रेरित होकर उनके सपनों को पूरा करने और अपने जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए देश में कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जनजातीय गौरव दिवस 15 नवम्बर को मनाने के निर्णय के लिए मध्यप्रदेश सदैव ऋणी और आभारी रहेगा।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आदिवासी और जनजातीय समाज को एकजुट करने और देश को आजादी दिलाने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। उनके योगदान का सदैव स्मरण करना हमारा दायित्व भी है।