Morbi bridge collapse: digi desk/BHN/अहमदाबाद/ गुजरात के मोरबी में केबल पुल हादसे से जुड़ी ताजा खबर यह है कि मामले में पुलिस एक्शन में आ गई है। पुलिस ने अजंता ओरेवा कंपनी के 9 कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। यही कंपनी पुल का रख-रखाव कर रही थी। हादसा सामने आने के बाद पुलिस ने आपराधिक केस दर्ज कर लिया था और अब आरोपियों की धरपकड़ भी शुरू हो गई है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मोरबी जाएंगे और घटनास्थाल का दौरा करेंगे।
यहां शाम करीब 6.30 बजे मच्छू नदी पर बना केबल पुल टूट गया। हादसे के वक्त पुल पर 500 से अधिक लोग मौजूद थे। ताजा खबर यह है कि हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अब यह आंकड़ा 140 पार हो गया है। गुजरात सरकार ने 132 लोगों के मरने की पुष्टि की है। बड़ी संख्या में लोग अभी भी लापता बताए गए हैं। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। 233 मीटर लंबा यह पुल करीब सौ वर्ष पुराना था।
इस बीच, मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं हादसे के फोटो और वीडियो भी सामने आए हैं। पीड़ित भी सामने आने लगे हैं। हादसे में कई परिवार पूरी तरह तबाह हो गए हैं। किसी शख्स ने अपनी पत्नी और बच्चों को खो दिया है तो कहीं परिवार में सिर्फ महिला रह गई है। मोरबी जिले के विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है। कुछ लोगों की हालत गंभीर है। वहीं अधिकांश को सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। हादसे में राजकोट से भाजपा सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंदरिया के परिवार के 12 सदस्यों की भी मौत हो गई। मोहनभाई कल्याणजी कुंदरिया ने बताया, मैंने दुर्घटना में अपने परिवार के 12 सदस्यों को खो दिया है, जिनमें पांच बच्चे भी शामिल हैं। मैंने परिवार के सदस्यों को खो दिया जो मेरी बहन के परिवार से थे।
तबाह हो गया मोना मोवार का परिवार
हादसे में कई परिवार पूरी तरह खत्म हो गए। इनमें मोना मोवार का परिवार भी रहा। मोना मोवार अपने पति, बेटे और बेटी के साथ यहां आई थीं। बेटी की मौत हो चुकी है जबकि पति और बेटा अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती है। इस तरह अरिश्फा शाहमदार ने अपने पांच साल के बेटे और पत्नी को खो दिया है। ऐसे कई परिवार हैं जिनके परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है। लोग सरकारी अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं और अपने रिश्तेदारों की तलाश कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा करने के लिए भी यहां पहुंचे थे। यहां टिकट सिस्टम है। एक बार में 100 लोगों को भी टिकट देकर पुल पर भेजा जाता है, जो पुल की क्षमता है, लेकिन कल भीड़ अधिक थी। इस कारण पुल पर 400 से अधिक लोग चल गए। इसको लेकर जांच हो रही है।