Vidhi upaaye astro tips do this easy remedy on thursday luck will be with you all obstacles will be removed: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ हफ्ते के सात दिनों में गुरुवार का दिन देवगुरु बृहस्पति और भगवान श्रीविष्णु को समर्पित होता है। भगवान विष्णु को जगत का पालन हार भी कहा जाता है। इनके आशीर्वाद से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। अगर भाग्य साथ नहीं दे रहा है, जीवन में लगातार आर्थिक समस्या चल रही है, या लाख कोशिशों के बावजूद तरक्की नहीं हो रही है, तो ये कुंडली में कमजोर गुरु के संकेत हैं। ऐसे में गुरुवार के दिन कुछ आसान से उपाय करने से आपकी किस्मत बदल सकती है। जिन्हें करने से आपकी कुंडली का बृहस्पति (Brihaspati) मजबूत होगा और आपके सारे बिगड़े काम बन जाएंगे। मान्यता है कि अगर किसी जातक की कुंडली में गुरु दोष होता है, तो उस जातक को गुरुवार के दिन श्री हरि की पूजा करनी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं और घर धन-धान्य से भरपूर रहता है।
बृहस्पति ग्रह का महत्व
गुरु (Jupiter) कुंडली का एक शुभ और महत्वपूर्ण ग्रह है। बृहस्पति को देवताओं का गुरु भी कहा जाता है। घरेलू समस्याएं, मानसिक तनाव जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए गुरुवार को पूजा करने से सुख शांति मिलती है। इतना ही नहीं अगर कुंडली में अगर गुरु खराब है, तो मनुष्य अपने जीवन में कभी भी तरक्की नहीं कर सकता। गुरु को धन, वैवाहिक जीवन और संतान का कारक भी माना जाता है। हिंदू शास्त्रों में बृहस्पतिवार को धन और समृद्धि का कारक माना जाता है। मान्यता के मुताबिक गुरुवार को भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से मनुष्य का जीवन सुखों से भर जाता है। इसलिए जीवन में सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए गुरु के उपाय जरुर करने चाहिए।
उपाय
व्रत
गुरु को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार का व्रत रखें और केले के पौधे में जल अर्पित कर पूजा अर्चना करें। ऐसा करने से विवाह में आने वाली रुकावटों का समाधान होता है और अगर आप विवाहित हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती।
दान
गुरुवार को पीले वस्त्र, पीले फल, केसर, पीला चंदन या फिर हल्दी का दान करना बहुत शुभ माना गया है। ऐसा करने से गुरु मजबूत होता है, जिससे आरोग्य और सुख की वृद्धि होती है। साथ ही घर में सुख-शांति का वास होता है।
मंत्रों का जाप
ज्योतिष शास्त्र में पूजा के बाद मंत्रों के जाप पर विशेष महत्व दिया गया है। मंत्रों के जाप की बहुत ताकत होती है और इससे व्यक्ति की हर ख्वाहिश पूरी हो जाती है। इसलिए गुरु को प्रसन्न करने के लिए हर गुरुवार को इनमें से किसी मंत्र का जाप करें।
1. ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
2. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
3. ॐ बृं बृहस्पत्यै नमः।