Shivraj Patil Statement: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल (Shivraj Patil) ने अपने बयान पर उठे विवाद के बाद इस सफाई दी है। उनका कहना है कि श्रीकृष्ण-अर्जुन संवादों को मैं नहीं, आप लोग जिहाद कहते हैं। उनका निशासा सीधे तौर पर बीजेपी और अन्य हिन्दू संगठनों पर था। उधर कांग्रेस ने उनके बयान से साफ किनारा कर लिया है। कांग्रेस पार्टी ने शिवराज के बयान को निजी टिप्पणी करार देते हुए कहा कि ऐसी बातों से बीजेपी (BJP) को देश के जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने का मौका मिल जाता है।
क्या था मामला
दरअसल, शिवराज पाटिल दिल्ली में मोहसिना किदवई की एक किताब का विमोचन करने आए थे। किताब का विमोचन करते-करते वो ये भी भूल गए कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। उन्होंने खरगे को खंडेलवाल कहकर संबोधित कर दिया। शिवराज के बगल में शशि थरूर और सुशील कुमार शिंदे भी बैठे थे, लेकिन वहां पर इन लोगों ने भी शिवराज को सही नहीं किया और ना ही टोका।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिहाद की बात तब आती है, जब मन के स्वच्छ विचार होने के बाद भी तमाम कोशिशों को करने के बाद कोई समझता नहीं है। तब कहा जाता है कि आपको अगर शक्ति का उपयोग करना है तो करना चाहिए। वो सिर्फ कुरान शरीफ के अंदर नहीं है, वो महाभारत के अंदर जो गीता का भाग है, उसके अंदर श्रीकृष्ण जी भी अर्जुन को जिहाद की बात कहते है। ये सिर्फ कुरान और गीता ही नहीं बल्कि जीजस ने भी लिखा है।
उनके इस बयान के बाद हंगामा मच गया और तमाम विपक्षी दलों ने उनके बयान को लेकर टिप्पणिया शुरु कर दीं। कांग्रेस भी इस बयान से कन्नी काटती नजर आ रही है।