Mahakal Lok Lokarpan: digi desk/BHN/ उज्जैन/ बुधवार को राजाधिराज भगवान महाकाल चांदी की पालकी पर सवार होकर शमी वृक्ष का पूजन करने दशहरा मैदान जाएंगे। महाकाल मंदिर से शाम चार बजे शाही ठाठ-बाट के साथ भगवान महाकाल की सवारी निकलेगी। इसके साथ ही “महाकाल लोक’ के उद्घाटन का सात दिवसीय उत्सव शुरू होगा। महाकाल लोक के लोकार्पण उत्सव के पहले दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उज्जैन आएंगे। वे महाकाल की सवारी में शामिल होंगे।
पुजारी प्रदीप गुरु के अनुसार शमी वृक्ष विजय का प्रतीक है। राजसी परंपरा में विजयदशमी पर राजा-महाराजा शमी वृक्ष का पूजन कर राज्य विस्तार के लिए प्रस्थान करते थे। लौकिक जगत में भगवान महाकाल उज्जैन के राजा हैं, इसलिए वे भी विजय दशमी पर प्रतिवर्ष शमी वृक्ष का पूजन करने दशहरा मैदान जाते हैं। इस बार भगवान महाकाल सवारी के साथ “महाकाल लोक’ के उद्घाटन का सात दिवसीय उत्सव प्रारंभ होगा। इसलिए सवारी को भव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है।
सवारी में ये रहेंगे शामिल
सवारी में परंपरा अनुसार घुड़सवार दल, सशस्त्र बल की टुकड़ी, पुलिस बैंड आदि शामिल रहेंगे। इसके अलावा देश के विभिन्न् राज्यों से आए वाद्य वादक, बैंड बाजे, भजन मंडल, झांझ, डमरू दल, हाथी आदि को शामिल किया जाएगा। महाकाल लोक के दर्शन कराती मनमोहक भावपूर्ण झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
प्रथम आमंत्रण चिंतामन गणेश को
महाकाल लोक” का लोकार्पण 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। समारोह भव्य और ऐतिहासिक होगा, जिसमें उज्जैन सहित पूरे प्रदेश को आमंत्रित किया जा रहा है। समारोह का प्रथम आमंत्रण मंगलवार को प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव, महापौर मुकेश टटवाल ने भगवान श्री चिंतामन गणेश को दिया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन धर्म, कला, साहित्य एवं संस्कृति से जुड़ी गतिवधियां शहर में होंगी।
आठ अक्टूबर को मथुरा के हवेली संगीत के जानकार गायक पं. सुखदेव चतुर्वेदी शास्त्रीनगर मैदान पर पहली बार महाकाल स्तोत्र गाएंगे। यह स्तोत्र पांच हजार साल पहले उज्जैन में शिक्षा ग्रहण करने आए भगवान श्रीकृष्ण ने देवाधिदेव महाकाल की स्तुति में गाया था। साथ ही शिव पर केंद्रित अन्य रचनाओं का ध्रुपद गायन करेंगे। 10 अक्टूबर को पद्मश्री पार्श्व गायक सोनू निगम दशहरा मैदान और 11 अक्टूबर को कैलाश खेर कार्तिक मेला मैदान पर प्रस्तुति देंगे। तीनों ही प्रस्तुतियां रात आठ बजे से होंगी। 7, 8, 9 अक्टूबर को शास्त्रीनगर मैदान पर महानाट्य ‘महाकाल गाथा” का मंचन होगा।