मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की लक्षण दिखते ही पशु चिकित्सालय में दिखाने की अपील
सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पशुपालकों से कहा है कि लम्पी वायरस की चुनौती से निपटने के लिये राज्य सरकार आपके साथ है। आप बिल्कुल भी चिंता न करें। लगातार स्थिति पर नजर बनाये हुए संक्रमण पर शीघ्र नियंत्रण के हर संभव उपाय किये जा रहे हैं। संक्रमण से बचाव के लिये टीकों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। राज्य शासन द्वारा प्रभावित जिलों में मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है। पशु चिकित्सक पशुओं के उपचार और रोग के संबंध में आवश्यक परामर्श के लिये उपलब्ध हैं। वे दिन-रात कार्य कर रहे हैं। श्री चौहान ने पुनः कहा कि यह बीमारी पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलती है, इसलिये घबराये नहीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विश्वास व्यक्त किया कि पशुपालकों के सहयोग और सरकार के प्रयासों से जल्दी ही पशुधन को लम्पी वायरस के प्रकोप से मुक्त कराने में सफल होंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरा सभी पशुपालक भाई-बहनों से विनम्र अनुरोध है कि अपने पशुओं में लम्पी स्किन डिसीज के लक्षण दिखाई देने पर निकटतम पशु औषधालय या पशु चिकित्सालय में तत्काल सम्पर्क करें। बीमार पशुओं का उपचार करायें। स्वस्थ पशुओं को बीमार पशुओं से अलग रखें। स्वस्थ पशुओं का टीकाकरण करवायें। पशु रखने के स्थान की साफ-सफाई रखें। पशुओं के शरीर पर होने वाले परजीवी जैसे किल्ली, मक्खी, मच्छर आदि को नियंत्रित करने के उपाय करें। बीमारी के प्रकोप के थमने तक बाहर के राज्यों अथवा ऐसी जगहों से, जहाँ बीमारी का प्रकोप हो, पशुओं का क्रय-विक्रय नहीं करें।
सतना जिले में लम्पी वायरस संक्रमण के मद्देनजर जिले में पशुओं के परिवहन पर रोक
कलेक्टर ने जारी किया प्रतिबंधात्मक आदेश
देश के कुछ राज्यों और प्रदेश के कुछ जिलों में गौ-वंशीय एवं भैंस वंशीय पशुओं में लम्पी स्किन डिसीज के मामलों की पुष्टि हुई है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अनुराग वर्मा ने सतना जिले में लम्पी स्किन डिसीज की रोकथाम के लिये दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत आदेश जारी कर जिले की सीमाओं के बाहर से जिले में गौ एवं भैंस वंशीय पशुओं के किसी भी प्रकार के माध्यम से परिवहन पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि लम्पी स्किन डिसीज एक वायरल बीमारी है, जो कि पॉक्स द्वारा पशुओं में फैलती है। इस रोग से पशुओं के पूरे शरीर की चमड़ी में गठाने निकल आती हैं। यह गठाने गोल उभरी हुई होती हैं, जिसके कारण पशुओं में दुग्ध उत्पादन, प्रजनन क्षमता में कमी एवं 10 प्रतिशत मृत्यु दर देखने को मिलती है। जिले के पशओं में लम्पी रोग की रोकथाम एवं बचाव के लिये संक्रमित क्षेत्रों से असंक्रमित क्षेत्रों के पशुओं के आवागमन पर रोक लगाया जाना आवश्यक है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावशील हो गया है।