Madhya Pradesh Take Home Ration: digi desk/BHN/ भोपाल/ टेक होम राशन (सूखा राशन) वितरण में गड़बड़ी सामने आने के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग ने भंडार की नियमित जांच के आदेश दिए हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारियों से कहा गया है कि वे प्रत्येक तीन माह में जिले में प्राप्त और बचत के राशन का मिलान कर वरिष्ठ कार्यालय को सूचित करें। उन्हें परियोजना कार्यालयों के गोदामों का औचक और नियमित निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
महालेखाकार मध्य प्रदेश की आडिट ड्राफ्ट रिपोर्ट हाल ही में सामने आई है। इसके मुताबिक प्रदेश के 49 आंगनबाड़ी केंद्रों में 63 हजार 748 शाला त्यागी किशोरी दर्ज पाई गई। इनमें से वर्ष 2018 से 2021 के बीच 29 हजार 104 को राशन वितरित किया गया, जबकि पड़ताल में पाया गया है कि इन आंगनबाड़ी केंद्रों में सिर्फ शाला त्यागी किशोरियां ही दर्ज हैं।
मामले में महालेखाकार ने बड़े स्तर पर गड़बड़ी की आशंका जताई है। वहीं राज्य की प्रयोगशालाओं में जांच कराने पर 38 हजार 304 टन टेक होम राशन अमानक पाया गया। मामले में राज्य सरकार को सफाई देनी पड़ी है। विभाग ने भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए मैदानी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
विभाग ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों को भी आंगनबाड़ी केंद्रों में टेक होम राशन की उपलब्धता, गुणवत्ता, एक्सपायरी की जानकारी रखने के निर्देश दिए हैं। उनसे कहा गया है कि टेक होम राशन के बिलों के सत्यापन के दौरान ट्रक के चालान और हस्ताक्षरित पंचनामा भेजें। जिन जिलों में पोषण आहार उत्पादन संयंत्र हैं, वहां के अधिकारी नियमित रूप से संयंत्रों का निरीक्षण करें।