Nabanna Abhiyan: digi desk/ BHN/ पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ मंगलवार को भाजपा के नबान्न अभियान (राज्य सचिवालय मार्च) के दौरान हावड़ा व कोलकाता रणक्षेत्र में तब्दील हो गए। पुलिस की अनुमति के बगैर नबान्न की तरफ कूच कर रहे भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने रोके जाने पर जगह-जगह लगाए गए बैरीकेड को तोड़ने की कोशिश की, जिसे लेकर पुलिस के साथ उनकी जमकर झड़प हुई। इसमें 350 भाजपा कार्यकर्ता घायल हुए तो 27 पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए। मुरलीधर सेन लेन स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय के पास भी झड़प हुई, जहां पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। मार्च शुरू होने से पहले ही पुलिस ने द्वितीय हुगली सेतु के पास विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी, हुगली से भाजपा सांसद लाकेट चटर्जी, पार्टी नेता राहुल सिन्हा समेत अन्य को हिरासत में ले लिया था।
ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोग नहीं पहुंचे। यह मार्च बैलून की तरह फूट गया। हावड़ा के सांतरागाछी व हावड़ा मैदान और कोलकाता के कालेज स्क्वायर से दोपहर को मार्च शुरू होते ही दोनों पक्षों में झड़प शुरू हो गई। करीब चार घंटे तक बवाल चलता रहा। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान पुलिस पर ईंट-पत्थर बरसाए, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार की। इसमें कई भाजपाई घायल हो गए। घायलों में कोलकाता की पूर्व डिप्टी मेयर व भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित भी शामिल हैं।
झड़प में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। भाजपा ने अभियान के दौरान पूरे राज्य में अपने 350 लोगों के घायल होने का दावा किया है, जबकि पुलिस की ओर से एक एसीपी समेत 27 पुलिसकर्मियों के घायल होने की बात कही गई है। पुलिस ने बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। कुल 106 एफआइआर दर्ज की गई हैं। भाजपा ने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ बुधवार को ‘काला दिवस’ के तौर पर मनाने का एलान किया है। प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता के एमजी रोड पर पुलिस की गाड़ी फूंक दी।