MP Workers Protest:digi desk/BHN/भोपाल/ प्रदेश भर के जिलों से कर्मचारी विधानसभा का घेराव करने भोपाल पहुंचे। मंगलवार तड़के सैंकड़ों आशा-उषा कार्यकर्ता भोपाल स्टेशन पहुंच गई थीं। ये विधानसभा की ओर बढ़ना चाहती थीं, जिनका पुलिस से विवाद हो गया। पुलिस ने इन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। काफी कहा-सुनी के बाद पुलिस ने इन्हें इटारसी जाने वाली ट्रेनों से वापस लौटा दिया। वहीं सैंकड़ों शिक्षक और अन्य आशा-उषा कार्यकर्ता सड़क मार्ग से भोपाल की सीमा में दाखिल हो गए। जिन्हें शहर के अंदर आने से पहले ही रोक दिया है। कर्मचारियों व पुलिस के बीच कुछ जगह विवाद की स्थिति भी बनी है। यही हाल राजधानी से सटे सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम व राजगढ़ जिलों में बन रही है। ये कर्मचारी लंबित मांगों को पूरा नहीं करने से नाराज हैं और मांगें मनवाने के लिए विधानसभा का घेराव करना चाहते हैं।
कर्मचारियों की ये हैं प्रमुख मांगें
आशा-उषा कार्यकर्ता – मामूली मानदेय पर काम कराया जा रहा है। यात्रा-भत्ता नहीं मिलता। नियमित कर्मचारियों की तरह सुविधा भी नहीं दी जाती। अवकाश जैसी कोई पात्रता नहीं है। ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य योजनाओं का लगभग सभी काम लिया जा रहा है।
आउटसोर्स कर्मचारी व संविदाकर्मी- नियमित नहीं किया गया। खाली पदों को नए अभ्यर्थियों से भरा जा रहा है, संविदा नीति-2016 का पालन नहीं किया जा रहा है। निकाले गए कर्मचारियों को बहाल नहीं किया गया।
स्थायी कर्मचारी- नियमित नहीं किया। मानदेय भी कुशल-अकुशल व अर्द्ध कुशल श्रेणी में बांटकर मामूली रूप से दिया जा रहा है। अनुकंपा नियुक्ति के प्रविधान नहीं है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता- दूसरे राज्यों की तुलना में छह से आठ हजार रुपये कम दिए जा रहे हैं। नियमित नहीं किया जा रहा है। अनुकंपा नियुक्ति के प्रविधान नहीं है।
बाहर से आने वाले वाहनों की विशेष जांच-पड़ताल
विधानसभा का घेराव करने निकले कर्मचारियों को शहर की सीमा से बाहर रोकने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा वाहनों की गहन जांच-पड़ताल की जा रही है। इसके चलते आम राहगीरों को भी इंतजार करना पड़ रहा है