Ganpati Visarjan 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाता है। साथ ही 10 दिवसीय गणेश उत्सव का समापन होता है। इस वर्ष ये तिथि 9 सितंबर, शुक्रवार को है। गणेश विसर्जन से पहले गणपति की विशेष पूजा की जाती है। आइए जानते हैं पूजा विधि, शुभ मुहूर्त व खास बातें।
गणेश विसर्जन शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 सितंबर को रात 9 बजे से शुरू होगी। जो अगले दिन शाम 6 बजे तक रहेगी। इस दिन धनिष्ठा व शतभिषा नक्षत्र के कारण प्रजापति और सौम्य शुभ योग रहेगा। साथ ही सुकमा और धृति योग भी इसी दिन रहेंगे। गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए मुहूर्त-
दोपहर 12.18 से 01.52 तक
शाम 05.06 से 06.31 तक
प्रतिमा विसर्जन की विधि
गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने से पहले लंबोदर प्रतिमा का विधि विधान से पूजा करें। भगवान को अबीर, गुलाल, चंदन, सिंदूर, इत्र आदि चढ़ाएं। वस्त्र या लाल धागा अर्पित करें। इसके बाद मंत्र (ऊं गं गणपतये नमः) बोलते हुए दूर्वा चढ़ाएं। मोदक का भोग लगाएं। भगवान श्रीगणेश की आरती उतारें और जाने-अनजाने में हुई गलतियों की क्षमा मांगे। प्रतिमा का विसर्जन करते हुए मंत्र (यान्तु देवगणाः सर्वे पूजामादाय मामकीम्। इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च।।) को बोलें।