छतरपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ छतरपुर शहर में लगातार बारिश से पुराने मकानों में सीलन बैठ गई है। सीलन से सुबह शहर के वार्ड आठ कृष्णा प्रिया विहार कालोनी में दो मंजिला मकान भरभराकर गिर पड़ा। हादसा सुबह पांच बजे हुआ। हादसे से कुछ मिनट पहले मकान में रहने वाली छात्रा कोचिंग जाने के लिए जागी थी। उसने मकान दरकने की आवाज सुनकर स्वजन को अलर्ट कर दिया। स्वजन बाहर निकल रहे थे कि इसी दौरान मकान धाराशायी हो गया। घर में रहने वाले सात लोग मलबे में दब गए। पड़ोसियों ने सभी को मलबे से बाहर निकाला। इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया।
शहर के वार्ड आठ कृष्णा प्रिया विहार कालोनी में 65 वर्षीय गुलाब सिंह बुंदेला का दो मंजिला मकान मंगलवार सुबह पांच बजे धाराशायी हो गया। मकान ढहने से श्री बुंदेला के साथ उनकी पत्नी 60 वर्षीय गंगा देवी, बेटा 37 वर्षीय नरेंद्र सिंह, बहू 35 वर्षीय वंदना सिंह, नातिन 19 वर्षीय प्रियंका सिंह, नाती 14 वर्षीय रविंद्र सिंह और 11 वर्षीय योगेंद्र सिंह मलबे में दब गए थे। पड़ोसियों ने प्रशासन की टीम पहुंचने से पहले ही सभी घायलों को मलबे से बाहर निकाल लिया था। पुलिस और प्रशासन की मदद से इन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया। हादसे के वक्त घर के सभी सदस्य मकान से बाहर निकल रहे थे। इससे किसी को गंभीर चोट नहीं लगी है।
नातिन की सजगता से बची जिंदगी
मंगलवार सुबह पांच बजे गुलाब सिंह बुंदेला की नातिन प्रियंका कोचिंग जाती हैं। प्रियंका रोजाना की तरह सुबह सबसे पहले जाग गईं थीं। प्रियंका ने महसूस किया कि मकान के पिछले हिस्से से दरकने की आवाज आ रही हैं। प्रियंका ने परिवार के लोगों को बताया कि मकान दरक रहा है। प्रियंका की बात सुनकर सभी लोग जाग गए और आनन-फानन में मकान से बाहर निकल रहे थे। इसी दौरान सुबह पांच बजे पूरा दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया। बाद में पड़ोसियों ने सभी को मलबे से बाहर निकाला। प्रियंका की सजगता से पूरे परिवार की जिंदगी बच गई।
बारिश से आ गई थी सीलन, इसी से गिरा मकान
हादसे की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार अभिनव शर्मा ने बताया कि सुबह पांच बजे मकान धाराशायी हुआ है। तहसीलदार ने बताया कि बारिश से मकान में सीलन आ गई थी। मकान के पिछले हिस्से में पड़ी खाली जगह में पानी भरा रहता था। इससे पहले मकान का यही हिस्सा गिरा। मकान पुराना है, जो मुरम (लाल मिट्टी) और ईंट गारे का बना हुआ था। बारिश में मकान के निचले हिस्से में नमी आती रही। सीलन बैठने से मकान धाराशायी हुआ है। प्रशासन की ओर से पीडित परिवार को मदद की बात कही गई है।
नपाध्यक्ष ने लिया मकान का जायज, मदद दी
हादसे की सूचना मिलते ही नगरपालिका अध्यक्ष ज्योति चौरसिया मौके पर पहुंची हैं। उन्होंने बेघर हुए परिवार को भरोसा दिलाया है कि उनकी ओर से पूरी मदद की जाएगी। दरअसल मकान धाराशायी होने से उसमें रखा गृहस्थी सामान भी मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गया है। नपाध्यक्ष ने पांच हजार रुपये की तात्कालीन सहायता राशि दी है। उनके साथ वार्ड पार्षद रामदयाल यादव गट्टी भैया भी पीड़ित परिवार से मिले।