Tuesday , May 21 2024
Breaking News

Shani Amavasya: 14 साल के बाद बनने जा रहा है शनिश्चरी अमावस्या पर शुभ संयोग, शनि  दोष करें दूर

Shani Amavasya 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/  इस साल भाद्रपद की महीने में शनैश्चरी अमावस्या का शुभ संयोग बनने जा रहा है। यह शुभ संयोग 27 अगस्त को बनेगा। बता दें कि ऐसा संयोग 14 साल बाद बनने जा रहा है। यह संयोग इस वजह से भी विशेष है क्योंकि इस दिन शनि अपनी ही राशि मकर में रहेंगे। अब दो साल के बाद ऐसा संयोग आएगा कि भाद्रपद माह में शनि अमावस्या होगी। वैसे तो हर माह की अमावस्या तिथि विशेष मानी जाती है। इस तिथि पर स्नान दान और पितरों की पूजा की जाती है। इस बार भाद्रपद अमावस्या अत्यंत ही शुभ होने वाली है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार की अमावस्या काफी महत्वपूर्ण होती है।

शनि अमावस्या तिथि

जब शनिवार के दिन कोई अमावस्या होती है तो उसे शनिश्चरी अमावस्या या शनि अमावस्या कहते हैं। 27 अगस्त की शनिश्चरी अमावस्या इस साल की आखिरी शनिश्चरी अमावस्या है। शनिवार के दिन अमावस्या का शुभ संयोग कम ही बनता है। 14 साल पहले ऐसा संयोग 30 अगस्त 2008 को बना था। उस समय भाद्रपद में अमावस्या थी। अब इसके दो साल बाद यानी कि 23 अगस्त 2025 को भाद्रपद महीने में शनिश्चरी अमावस्या का संयोग बनेगा। वहीं भाद्रपद की शनिश्चरी अमावस्या तिथि 26 अगस्त शुक्रवार को दिन में 11:20 से प्रारंभ हो रही है। यह तिथि 27 अगस्त शनिवार को दोपहर 01:45 पर समाप्त होगी।

विशेष होगी शनिश्चरी अमावस्या

27 अगस्त भाद्रपद अमावस्या के दिन सुबह तीर्थों और पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है। इस दिन आप भी इसका लाभ ले सकते हैं। स्कंद पुराण में अमावस्या तिथि को पर्व कहा जाता है। इसलिए इस स्नान करके आप हर प्रकार के दोषों को दूर कर सकते हैं। यह शनिश्चरी अमावस्या इसलिए भी विशेष है क्योंकि शनि अपनी ही राशि मकर में विराजमान हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या शुभ फल प्रदान करने वाली होती है। अमावस्या तिथि न्याय के देवता शनि देव की जन्म तिथि भी है।

14 साल बाद बना संयोग

स्कंद पुराण, पद्म पुराण और विष्णुधर्मोत्तर पुराण के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या पर तीर्थों में स्नान या पवित्र नदियों में स्नान करने मात्र से ही हर तरह के पाप समाप्त हो जाते हैं। वहीं शनि अमावस्या पर दान करने से कई यज्ञों को करने के समान ही पुण्य फल मिलता है। शनि अमावस्या पर श्राद्ध कर्म करने से पूरे वर्ष भर पितृ संतुष्ट रहते हैं।

 

About rishi pandit

Check Also

शनि के कष्ट को समझें, आने वाला है सुनहरा समय

शनिदेव के बारे में लोगों की नकारात्मक धारणा एवं भ्रम का कारण है, उनका सच्चा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *