Sunday , June 2 2024
Breaking News

श्रम कानून के खिलाफ भारत बंद जारी, बंगाल में ट्रेनें रोकीं

Bharat Band LIVE Updates: newdelhi/ श्रम कानूनों के खिलाफ विभिन्न कर्मचारी संगठनों का भारत बंद जारी है। बैंककर्मी भी इस हड़ताल में शामिल हैं। सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल, केरल और असम में देखने को मिल रहा है। यहां कर्मचारी रैलियां निकालकर विरोध जता रहे हैं। पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने रेल रोकी है। भुवनेश्वर में ओडिशा निर्वाण श्रमिक महासंघ के सदस्य, ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स और ऑल उड़ीसा पेट्रोल और डीजल पंप वर्कर्स यूनियन यूनियन ने प्रदर्शन किया। केरल के कोच्चि में बस सेवाएं प्रभावित हुई हैं। यहां भी ट्रेड यूनियनों ने केंद्र के नए श्रम और कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।

बैंक भी शामिल

26 नवंबर, गुरुवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बैंक कर्मचारी भी शामिल हैं। यानी आज बैंक बंद रहेंगे। ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयी असोसिएशन (AIBEA) ने यह ऐलान किया है। बैंककर्मी हाल ही में लाए गए श्रम कानूनों का विरोध कर रहे हैं। इस तरह इस हफ्ते बैंक संबंधी काम निपटाना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि गुरुवार को बंद रहने के बाद शुक्रवार को बैंक खुलेंगे और फिर शनिवार तथा रविवार को फिर बंद हो जाएंगे। महीने के चौथे शनिवार को भी बैंक बंद रहते हैं। हड़ताल में बैंकों के अलावा 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन शामिल हो रही हैं। ये सभी लेबर लॉ का विरोध कर रहे हैं। हालांकि भारतीय मजदूर संघ इस हड़ताल का हिस्सा नहीं है।

क्यों हो रही यह हड़ताल

इन कर्मचारियों का कहना है कि लोकसभा ने हाल ही में 3 नए श्रम कानून पारित हुए हैं। नए कानून में कारोबार सुगमता के नाम पर 27 मौजूदा कानूनों को समाप्त कर दिया है। ये कानून शुद्ध रूप से कॉरपोरेट जगत के हित में हैं। वहीं कर्मचारियों को हितों के खिलाल हैं। नए कानूनों के तहत 75 प्रतिशत श्रमिकों को दायरे से बाहर कर दिया गया है। नए कानूनों में इन श्रमिकों को किसी तरह का संरक्षण नहीं मिलेगा। इसी बात का विरोध किया जा रहा है।

हड़ताल का ऐलान भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक ने किया है। इसके अंतर्गत तमाम बैंक आते हैं। इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक शामिल नहीं है। यह 4 लाख बैंक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है।

26 नवंबर की हड़ताल में भाग लेने वाले यूनियनों में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUCUC), यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (TUCC), इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), हिंद मजदूर सभा (HMS), सेल्फ-एम्प्लॉयड वुमेन्स एसोसिएशन (SEWA), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF) और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC) शामिल है।

 

About rishi pandit

Check Also

सनातन संस्कृति के गौरव के प्रतीक हैं श्री सोमनाथ: अमित शाह

अहमदाबाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भगवान सोमनाथ सनातन संस्कृति में …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *