Nag Panchami 2022 Muhurat: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ सावन के महीने में आने वाले महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक नाग पंचमी का त्योहार भी है। इस बार नाग पंचमी का पर्व 2 अगस्त मंगलवार को मनाया जाने वाला है। नागपंचमी के त्योहार को लेकर सभी शिवालयों में तैयारियां पूरी हो चुकी है। नाग पंचमी के दिन महादेव के साथ-साथ वासुकी नाग की पूजा भी की जाती है। इस दिन नाग देवता को दूध और धान का लावा अर्पित किया जाता है। नाग पंचमी पर्व के दिन कालसर्प दोष दूर करने के लिए लोग नाग देवता की पूजा करते हैं। इसे लेकर शहर के कई मंदिरों में रुद्राभिषेक का आयोजन भी किया जाता है।
पूजा के लिए ढाई घंटे का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष पंचमी तिथि 2 अगस्त को सुबह 05:14 से शुरू होगा। वहीं अगले दिन शुभ मुहूर्त 3 अगस्त को सुबह 06:05 से लेकर 08:41 तक रहेगा। बता दें कि वासुकी नाग महादेव के गले की शोभा बढ़ाते हैं। इस कारण से महादेव के साथ-साथ नाग देवता की भी पूजा की जाती है। वहीं नाग पंचमी को लेकर कई पौराणिक कथाएं भी प्रचलित है।
नाग पंचमी के उपाय
नाग पंचमी के दिन स्नान आदि से निवृत होकर पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध कर लें। गंगाजल उपलब्ध न हो तो स्वच्छ जल से भी साफ किया जा सकता है। इसके बाद लकड़ी की चौकी पर साफ वस्त्र बिछाकर नाग देवता की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद नाग देवता के समक्ष घी, तिल के तेल या सरसो के तेल का दीपक जलाएं। नाग देवता का जल और दूध से अभिषेक करें। इसके बाद उन्हें हल्दी, चंदन, कुमकुम, अक्षत, फूल और नैवेद्य अर्पित करें। वहीं कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए नाग पंचमी के दिन उपाय करना शुभ माना गया है। इस दिन चांदी के सांप को दूध में रखकर शिवलिंग पर चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। इसके साथ ही कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए सामान्य उपाय कुत्ता पालना, कुत्ते की सेवा करना, कुत्ते को दूध रोटी खिलाना बहुत असरदार उपाय माने गए हैं।