पौधे लगाने से बड़ा पुण्य कार्य कोई नहीं- कलेक्टर
अभियान की पूर्व संध्या पर जिला पंचायत में कलेक्टर एवं सीईओ ने लगाये पौधे
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि पेड़-पौधों का धार्मिक मान्यता के अनुसार मानव के जीवन में अपार महत्व है। वहीं पेड़-पौधों के आर्थिक, सामाजिक एवं वैज्ञानिक उपयोगिता और महत्व समाज को सदियों से पोषित करते रहे हैं। जिले में हरियाली अमावस्या 28 जुलाई से 15 अगस्त तक पौधरोपण का महाअभियान प्रारंभ किया जा रहा है। अभियान में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करते हुए अधिक से अधिक लोग जुड़े और पौधरोपण के अभियान को सफल बनाएं।
कलेक्टर अनुराग वर्मा और सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े ने बुधवार को अभियान प्रारंभ होने से पहले हरियाली अमावस्या की पूर्व संध्या पर जिला पंचायत सतना के कार्यालय परिसर में पौधरोपण किया और जिले वासियों से सहभागिता की अपील की। आयोजित पौधारोपण के उपरान्त कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा आह्वान किया गया कि यह पौधारोपण अभियान प्रकृति को समृद्धता और संरक्षण प्रदान करता है, इसलिये सभी प्रशासनिक अधिकारियों को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करते हुये अधिक से अधिक लोगों को जोड़नें का प्रयास करना चाहिये। श्री वर्मा द्वारा सतना जिले के सभी निवासियों से आह्वान करते हुये अपील की गई कि मध्यप्रदेश शासन के इस पौधारोपण अभियान में सतना जिले में निवासरत प्रत्येक व्यक्ति कम से कम एक पौधा अपनें घर के आंगन, बगीचे या खेत पर 28 जुलाई से 15 अगस्त के बीच अवश्य लगाये।
स्वतंत्रता दिवस तक चलेगा अंकुर अभियान
राज्य में हरित क्षेत्र में वृद्धि कर प्रदेश के पर्यावरण को स्वच्छ रखनें व प्रकृति को प्राणवायु से समृद्ध करनें के उद्देश्य से जन सहभागिता के माध्यम से व्यापक स्तर पर अंकुर अभियान के तहत जन-जन को हरियाली से जोड़ने के मकसद से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्व-संकल्पित होकर प्रति दिवस एक पौधा लगानें हेतु प्रतिबद्ध हैं। स्वयं प्रति दिवस पांच पौधा लगाकर प्रदेश के नागरिकों से भी अंकुर अभियान के तहत वायुदूत मोबाइल एप के माध्यम से पौधारोपण अभियान में जुड़ने के लिये निमंत्रित कर रहे हैं। इस वर्ष हरियाली अमावस्या से लेकर स्वतंत्रता दिवस अगस्त तक अंकुर अभियान के तहत पूरे प्रदेश में पौधारोपण किया जायेगा।
धार्मिक महत्व के साथ जीवन देते हैं पौधे
पेड़-पौधों का धार्मिक मान्यता के अनुसार अपार महत्व है, जीवन की कल्पना पौधों के बगैर संभव नहीं है। शास्त्रों में हरियाली अमावस्या को पौधा रोपने को सबसे बड़ा पुनीत कार्य माना हैं। पौधे जहां हमे फल, पत्ते, फूल, औषधि व लकड़ी देते हैं। वहीं सबसे महत्वपूर्ण प्राणुवायु उपलब्ध करा कर हमारे द्वारा उत्पन्न की जानें वाली कार्बन डाई ऑक्साइड को अवशोषित करके प्रकृति के पर्यावरण को शुद्ध रखते हैं।
अंकुर अभियान से जुड़नें कलेक्टर ने किया आहवान्
कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा सतना जिले के सभी नगरवासियों एवं ग्रामवासियों को जिला प्रशासन की तरफ से राज्य शासन के इस महत्वपूर्ण अभियान को प्रभावी बनानें एवं सतना जिले में अधिक से अधिक पौधा रोपण हो सके, इस संदर्भ में सभी विभाग प्रमुखों, विश्वविद्यालयों एवं विद्यालयों, ग्राम पंचायतो, वार्डो सहित स्वयंसेवी संगठनों, सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं हितग्राहियों, छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी द्वारा 28 जुलाई (हरियाली अमावस्या) से 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस तक वृहद स्तर पर पौधारोपण करनें का आह्वान किया है।
कैसे करें अंकुर एप से पौधारोपण
अंकुर अभियान के नोडल अधिकरी डॉ. राजेश तिवारी, ने बताया कि इस अभियान के तहत प्रत्येक व्यक्ति अपनें मोबाइल के प्ले स्टोर में जाकर वायुदूत अंकुर एप डाउनलोड कर स्वयं का मोबाइल नम्बर डालते हुये प्राप्त ओ.टी.पी. की सहायता से अपना पंजीयन कर सकता है। इस पंजीयन के उपरान्त वह किसी सुरक्षित जगह पर कम से कम एक पौधा लगा कर वायुदूत एप के द्वारा अपनी फोटो अपलोड कर पौधे का नाम, संख्या और किस स्थान पर पौधा रोपित किया गया हैं उसका विवरण देकर वह पौधारोपण की प्रक्रिया को पूर्ण कर वृक्षवीर और वृक्षवीरांगना के रूप में पंजीकृत हो जायेगा। लगाये गये पौधे को 30 दिन सुरक्षित रखकर उसे पुनः 30 दिवस बाद उसी वायुदूत एप में जाकर लगाये गये पौधे की द्वितीय फोटो अपलोड करनी पड़ेगी। द्वितीय फोटो अपलोड होते ही राज्य शासन द्वारा उसके मोबाइल पर डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त हो जायेगा।
पिछले वर्ष की भांति सर्वाधिक पौधा अंकुर एप से लगानें वाले होगें पुरूस्कृत
सर्वाधिक पौधा लगानें वाले एवं लॉटरी सिस्टम से प्राप्त नामों को पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिलेवार महिला और पुरूष विजेताओं का चयन किया जायेगा। जिन्हें राज्य शासन और जिला प्रशासन द्वारा प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जा सकेगा।