Madhya Pradesh Panchayat Election: digi desk/BHN /भोपाल/27 जुलाई से होने वाले जिला और जनपद पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की जमावट में भाजपा और कांग्रेस के नेता जुट गए हैं। भाजपा ने मंत्रियों को गृह और प्रभार के जिलों में अधिक से अधिक पार्टी समर्थक सदस्यों को अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाने की जिम्मेदारी दी है। इसके मद्देनजर जिलों में बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है। सागर में मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह और गोविन्द सिंह राजपूत ने सदस्यों के साथ बैठक की। वहीं, कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों, विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ नेता सदस्यों के बीच समन्वय बनाएंगे।
प्रदेश की 313 जनपद पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव दो चरण में 27 और 28 जुलाई को होना है। भाजपा का दावा है कि अधिकांश जनपद पंचायत में उसके समर्थक सदस्य निर्वाचित हुए हैं, इसलिए अध्यक्ष उनका ही बनेगा। वहीं, कांग्रेस भी अपने समर्थकों के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनने की बात कर रही है। दरअसल, चुनाव गैर दलीय आधार पर हुए हैं, इसलिए दोनों दल अपने-अपने दावे कर रहे हैं।
चुनाव होने के बाद ही वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी। वहीं, जिला पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव 29 जुलाई को कलेक्टर कराएंगे। इसके लिए निर्वाचित सदस्यों का सम्मेलन होगा। भाजपा और कांग्रेस ने जिला और जनपद पंचायत चुनाव में अपने समर्थकों को अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनवाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी है। सागर, जबलपुर, निवाड़ी सहित अन्य जिलों में प्रभारी मंत्री सदस्यों के साथ बैठक कर चुके हैं।
संगठन स्तर पर भी बैठकों का सिलसिला चल रहा है। उधर, कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री, विधायक और वरिष्ठ नेता सदस्यों के बीच समन्वय बनाने का काम कर रहे हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविन्द सिंह भिंड में बैठक कर चुके हैं तो पूर्व मंत्री तरुण भनोत बालाघाट, सिवनी और जबलपुर में चुनाव का काम देख रहे हैं। भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल के मुताबिक पार्टी ने जनपद और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक तैनात कर दिए हैं। सभी लोग क्षेत्र में पहुंच गए हैं। वे स्थानीय नेताओं के साथ बैठकर रणनीति बनाएंगे और फैसले लेंगे।