Madhya Pradesh Weather Alert: digi desk/BHN/ भाेपाल/अलग–अलग स्थानाें पर तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मानसून ट्रफ अभी भी मध्यप्रदेश से हाेकर गुजर रहा है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलाें में रुक–रुककर बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में मंगलवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक खंडवा में 92, खरगाेन में 14, इंदौर में 12.1, धार में नौ, उज्जैन में चार, मंडला में दाे, रतलाम में दाे, मलाजखंड में एक, नर्मदापुरम में 0.6, बैतूल में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक बुधवार काे ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा संभागाें के जिलाें में भारी वर्षा हाे सकती है। भाेपाल, इंदौर, नर्मदापुरम संभागाें के जिलाें में कहीं–कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई माह की शुरुआत से ही मप्र के विभिन्न जिलाें में रुक–रुककर वर्षा हाेने का सिलसिला बना हुआ है। जिसके चलते इस सीजन में मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में कुल 383.2 मिमी. वर्षा हाे चुकी है। जाे सामान्य 311.2 मिमी. की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है। अलग–अलग स्थानाें पर बनी मौसम प्रणालियाें के कारण मानसून मप्र में लगाता सक्रिय बना हुआ है। इस वजह से रुक–रुककर वर्षा हाेने का सिलसिला अभी जारी रहने की पूरी संभावना है। इस दौरान कहीं–कहीं भारी वर्षा भी हाे सकती है।
ये मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र कमजाेर पड़ने के बाद हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में परिवर्तित हाेकर पश्चिमी मप्र पर मौजूद है। झारखंड और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त मानसून ट्रफ बीकानेर, काेटा, सागर, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल से हाेकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इन तीन मौसम प्रणालियाें के असर से मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलाें में वर्षा हाे रही है।