Kanwar Yatra 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ सावन माह शुरू होते ही देशभर में शिव भक्तों की कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है और अलग-अलग राज्यों में कांवड़ यात्रा मार्ग पर कई सुविधाओं के साथ सुरक्षा इंतजाम भी पुख्ता किए गए हैं। इस बीच गुरुवार से कांवड़ यात्रा शुरू होने के साथ ही गृह मंत्रालय (MHA) ने राज्य सरकारों को कट्टरपंथी तत्वों से खतरे की आशंका जताते हुए कांवड़ियों की सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश दिया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो के मिले इनपुट के आधार पर गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के लिए कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने रेलवे बोर्ड को भी सावन माह में कांवड़ियों पर मंडराते खतरे को देखते हुए ट्रेनों की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए हैं। गृह मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए। संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जानी चाहिए।
15 जुलाई से शुरू हुआ सावन माह
गौरतलब है कि 15 जुलाई से सावन माह शुरू हो चुका है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार को श्रावण माह के पहले दिन कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है, जिसमें भगवान शिव के भक्त बड़ी संख्या में गंगा का पानी लेने हरिद्वार पहुंचे। वहीं देश के अन्य राज्यों में भी कांवड़ यात्री पवित्र नदियों को जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए यात्रा पर निकल जाते हैं।
दो साल बाद हो रही कांवड़ यात्रा
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद कांवड़ यात्रा हो रही है। अधिकारियों का अनुमान है कि करीब एक पखवाड़े तक चलने वाले मेले के दौरान कम से कम 4 करोड़ कांवड़िए हरिद्वार और पड़ोसी ऋषिकेश में पवित्र नदी का पानी लेने पहुंचेंगे। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के कांवड़िए हरिद्वार और ऋषिकेश जाते हैं।