127 suspected patients were investigated in gwalior 4 corona positive cases were found: digi desk/BHN/ग्वालियर/ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ताेमर काेराेना संक्रमित पाए गए हैं। वह हाेम आइसाेलेशन में रहकर उपचार ले रहे हैं। ऊर्जा मंत्री ने यह जानकारी इंटरनेट मीडिया पर साझा की है। साथ ही शीघ्र स्वस्थ्य हाेकर वापस लाेगाें के बीच में उपलब्ध रहने की बात कही है। जीआर मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा रविवार को जारी की गई 127 लोगों की जांच रिपोर्ट में 4 संक्रमित पाए गए। संक्रमण दर 3.8 पर जा पहुंची। वहीं रविवार को एक मरीज स्वस्थ्य हुआ। अब जिले में एक्टिव केस की संख्या 21 हो चुकी है। किसी दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ जाती है, किसी दिन घट जाती है। हालांकि यह साफ है कि शहर में संक्रमण फैला हुआ है। जिससे लोग बीमार हो रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मास्क लगाएं और सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें।
जिला अस्पताल में सर्जरी की ओटी बंद
जिला अस्पताल में सर्जरी की ओटी अगले 17 दिन बंद रहेगी। जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा आरके शर्मा ने बताया कि अस्पताल में पदस्थ सर्जन डा नीरज बंसल, शिशु रोग विशेषज्ञ डा दीपक वर्मा एवं मेडिसिन के डा गिरीश शर्मा की अमरनाथ यात्रा को लेकर ड्यूटी लगाई गई है। जिसके चलते जिला अस्पताल में तीन डाक्टरों की कमी हो गई। जबकि कुछ डाक्टर प्रमोशन लेकर चले गए। जिला अस्पताल में सर्जरी के केवल डा नीरज बंसल हैं, उनकी ड्यूटी लगने से अब 11 से 28 जुलाई तक सर्जरी की ओटी बंद रहेगी। जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
ग्रामीण में सेवाएं देने वाले डाक्टरों को मिलेगा पीजी में प्रवेश पर 30 फीसद रिजर्वेशन
दूर दराज व ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं देने वाले मेडिकल छात्रों के लिए सुखद खबर है। ग्रामीण क्षेत्रों में तीन साल की सेवाएं देने वाले एमबीबीएस डाक्टरों को पीजी करने के लिए 30 फीसद सीटों का काेटा लागू किया गया है। मध्य प्रदेश शासन चिकित्सा शिक्षा विभाग के उप सचिव केके दुबे के द्वारा 4 जुलाई को एक आदेश जारी किया गया है। जिसमें बताया गया कि 19 अगस्त 2021 को जारी किया गया आदेश क्रमांक एफ-54-45/2021/1/55 को निरस्त करते हुए नया आदेश जारी किया गया है। जिसमें स्नातकोत्तर डिग्री पाठयक्रम में प्रवेश के लिए लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग में सेवारत चिकित्सक जिनके द्वारा ग्रामीण या दूरस्थ कठिन क्षेत्रों में तीन साल की सेवा पूर्ण की है, उनकाे शासकीय, स्वशासी, एवं निजी चिकित्सा/दंत चिकित्सा महाविद्यालयों में उपलब्ध समस्त पीजी डिग्री सीटों पर 30 फीसद सीटों का कोटा लागू किया जाता है। गौरतलब है कि पूर्व के आदेशानुसार समस्त मेडिकल आफिसर को 30 फीसद रिजर्वेशन का लाभ मिलता था। भले ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में सेवाएं देने की तीन साल की अवधि पूर्ण की हो या नहीं, पर अब उन्हीं लोगों को रिजर्वेशन का लाभ मिलेगा, जो ग्रामीण में तीन साल की अवधि पूर्ण कर चुके है। जिन छात्राें ने नहीं की, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा।