Chaturmas 2022 Start and End Date: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देवशयनी एकादशी से अगले चार महीनों तक भगवान विष्णु पाताल लोक में आराम करते हैं। इस दौरान सृष्टि का संचालन शिवजी संभालते हैं। धर्म ग्रंथों में इन चार महीनों से संबंधित अनेक नियमों का जिक्र है। इस दौरान खान-पान को लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं चातु्र्मास से जुड़ी खास बातें।
कब तक रहेगा चातुर्मास
पंचांग के अनुसार चातुर्मास 10 जुलाई से 04 नवंबर तक रहेगा। चार नवंबर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी। इसे देवप्रबोधिनी एकादशी कहा जाता है। प्रबोधन का अर्थ जागना है। इस दिन श्रीहरि निद्रा के बाद जागते हैं।
चातुर्मास में इन चीजों से रहे दूर
- – चातुर्मास के दौरान कई चीजें खाने पर पाबंदी रहती है। इनमें हरी सब्जियां, बैंगन प्रमुख हैं। इसके अलावा लहसुन, प्याज, मांसाहार, शराब आदि नशीली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। ये चीजें मन में विकार उत्पन्न करती हैं। जिससे मन में बुरे विचार आते हैं।
- – चातुर्मास में शुभ कार्य जैसे शादी, मुंडन, गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए। इस दौरान भगवान विष्णु जी विश्राम करते हैं। किसी भी मांगलिक कार्य के लिए उनका जागना जरूरी है।
- – चातुर्मास में पानी उबालकर पीना चाहिए। दरअसल बारिश में नमी ज्यादा होने से विषाणु तेजी से फैलते हैं। ये पानी को दूषित कर देते हैं। इस दौरान पेट से जुड़ी बीमारियां बढ़ने लगती है।
- – चातुर्मास मास का पहला माह सावन का आता है। इस महीने में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए। भादौ में दही और अश्विन में दूध से परहेज करना चाहिए। वहीं कार्तिक में दालों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- – चातुर्मास के दौरान रोज सुबह उठकर योग और प्राणायम करें।