Auspicious Sign in Astrology: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ कई बार लोग जब मंदिर दर्शन करने के लिए जाते हैं तो उनके जूते-चप्पल चोरी हो जाते हैं। दरअसल मंदिर से जूते-चप्पल की चोरी होना भी कई तरह के संकेत देते हैं। भारतीय ज्योतिष में इसे लेकर भी कई तरह की मान्यता है। मंदिर से यदि शनिवार के दिन जूते-चप्पल की चोरी होती है तो इसे काफी शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार यह एक शुभ शगुन है। मंदिर से जूते-चप्पल यदि शनिवार को गायब हो जाते हैं या चोरी हो जाते हैं तो इसका मतलब है कि जल्द ही आपका बुरा समय खत्म होने वाला है और आर्थिक संकट का समय जल्द ही खत्म हो जाएगा।
शनिवार को जूते-चप्पल चोरी होना इसलिए शुभ
भारतीय ज्योतिष में मान्यता है कि पैरों में शनि का वास होता है। शनि ग्रह का संबंध पैरों से होने के कारण जूते-चप्पल का कारक शनि होता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि शनिवार के दिन जूते-चप्पल दान करने से शनिदेव बहुत प्रसन्न होते हैं और सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
किसी जातक की कुंडली में यदि शनि ग्रह अशुभ स्थिति में है तो कार्य में आसानी से सफलता नहीं मिलती। काम बार-बार बिगड़ता रहता है। ऐसे में अगर मंदिर से जूते चोरी हो जाएं तो इसका मतलब है कि अनहोनी होने वाली है, लेकिन शनिवार को जूते-चप्पल चोरी होते हैं तो इसका मतलब है कि कुछ शुभ होने वाला है।
चमड़ा और पैर दोनों ही शनि से प्रभावित
भारतीय ज्योतिष में मान्यता है कि चमड़ा और पैर दोनों ही शनि से प्रभावित होते हैं, इसलिए यदि शनिवार के दिन जूते-चप्पल चोरी हो जाए तो यह माना जाना चाहिए कि मुसीबत के दिन बहुत जल्द ही दूर होने वाले हैं। कई लोग शनिवार के दिन अपने जूते-चप्पल शनि मंदिरों में छोड़ देते हैं ताकि शनिदेव उनके कष्टों को कम कर सकें।