MP Monsoon 2022 Update: digi desk/BHN/भोपाल/ मानसून के आगे नहीं बढ़ने से वर्षा की गतिविधियों में कमी आ गई है। इससे दिन का तापमान बढ़ने लगा है। इसी क्रम में शनिवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस ग्वालियर में दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.5 डिग्री अधिक रहा। उधर राजगढ़ में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। यहां लू चली। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक धार में 21, रीवा में पांच, उमरिया में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को भोपाल, रीवा, जबलपुर, शहडोल, इंदौर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि 20 जून को मध्य प्रदेश के 80 प्रतिशत क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद मानसून पांच दिन से ठिठका हुआ है। इससे वातावरण में नमी की मात्रा कम होने से वर्षा की गतिविधियों में कमी आने लगी है। इससे अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। हालांकि अलग-अलग स्थानों पर बनी छह मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में कहीं-कहीं दोपहर के बाद गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ जाती हैं।
छह मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में हवा के ऊपरी भाग में एक द्रोणिका के रूप में बना है। दक्षिणी गुजरात से केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका लाइन है। अरब सागर के महाराष्ट्र तट पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर पश्चिम बंगाल तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। ओडिशा में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन छह मौसम प्रणालियों के असर से कुछ नमी आने के कारण मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। रविवार से भोपाल, जबलपुर, रीवा शहड़ोल, इंदौर संभागों के जिलों में वर्षा की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है।
लू का मापदंड
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक जब अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस हो तब लू घोषित की जाती है। इसके अलावा अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक हो, तब भी लू की घोषणा की जाती है। शनिवार को राजगढ़ का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था।