Chhath Puja Sunset Sunrise Timings:ujjain/ देशभर में छठ पर्व आस्था और उल्लास से मनाया जा रहा है। अधिकांश शहरों में कृत्रिम घाटों पर शारीरिक दूरी के साथ सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारियां की जा रही हैं। पर्व के तीसरे दिन शुक्रवार को अस्त और अंतिम दिन शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। शुक्रवार को शाम को सूर्यास्त 5.35 बजे होगा जबकि शनिवार को सूर्योदय सुबह 6.45 बजे होगा। बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के सबसे बडे लोक आस्था का पर्व छठ पर व्रतधारी डूबते सूर्यदेव को अर्घ्य देकर जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। कमर तक ठंडे जल में खड़े रहकर जल के लौटे में थोड़ा सा दूध डालकर अर्घ्य देंगे। इसके साथ ही बांस की टोकरी में ठेकुवा. फल आदि सजाकर सूर्यदेव की उपासना करेंगे।
इस बार कई स्थानों पर छठ पूजन के सामूहिक आयोजन नहीं होंगे। हालांकि शारीरिक दूरी के साथ मास्क पहनकर लोग सूर्य को अर्घ्य दे सकेंगे। हालांकि आयोजन समितियों ने छठ घाटों पर परिवार के साथ लोगों को एकत्रित होने से इनकार किया है। सिर्फ व्रतधारी जिनके घर में अर्घ्य व्यवस्था न हो उन्हें प्रवेश देने की बात कही है।
इंदौर में कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन छठ पर विजयनगर, स्कीम नंबर 78, बाणगंगा, निपानिया, एरोड्रम रोड आदि क्षेत्रों में छठ का उत्साह देखते ही बन रहा है। पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के महासचिव केके झा ने के अनुनार व्रतधारियों को 36 घंटे का निर्जरा व्रत गुरुवार शाम से शुरू हो गया जो शनिवार सुबह तक रहेगा। शाम के समय व्रतधारी बांस की टोकरी में ठेकुआ, फल रखकर सूर्य उपासना करेंगे। पूर्वांचल विकास समिति के अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि शिव सिटी में शारीरिक दूरी के साथ सूर्य को अर्घ्य और छठ मैया का पूजन होगा। लोगों से मास्क पहनने की अपील भी की जा रही है।