Prashant Kishor in Politics: digi desk/BHN/ नई दिल्ली/ राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर आज से बिहार में जन सुराज यात्रा निकालेंगे और आम जनता के साथ संवाद शुरू करेंगे। प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि 2 मई से उनकी टीम बिहार में जन सुराज यात्रा निकालेगी, हालांकि उन्होंने यह साफ किया कि वह किसी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे। प्रशांत किशोर ने ट्वीट में कहा है कि “लोकतंत्र में असली मालिक जनता है और अब समय आ गया है कि जनता के बीच जाकर अपनी बात रखी जाए।
लोगों के बीच उनकी समस्याओं को बेहतर तरीके से समझ सकें और ‘जन सुराज’ की पथ पर अग्रसर हो सकें।” वहीं बिहार में प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राजद पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि कि प्रशांत किशोर किसी गुप्त एजेंडे के तहत कार्य कर रहे हैं और उन्होंने अभी तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आरोपों को कोई जवाब नहीं दिया है। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर पहले जनता दल यू में रह चुके हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मतभेद होने के बाद पार्टी छोड़ दी थी, वहीं प्रशांत किशोर का कहना है कि मुझे जनता दल यू से निकाला गया था।
प्रशांत किशोर की कांग्रेस से नहीं बनी बात
गौरतलब है कि बीते दिनों प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस पार्टी का उद्धार करने के लिए पीके ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने करीब 600 स्लाइड का पावर पाइंट प्रजेंटेशन भी दिया था लेकिन अंतिम समय में बात नहीं बन सकी और पीके ने कांग्रेस में शामिल होने से इनकार कर दिया।
तकनीक से लैस होगी पीके की सुराज यात्रा
प्रशांत किशोर यानी PK की जन सुराज यात्रा डिजिटल तकनीक से लैस होगी और जनसंपर्क करने के नए उन्नत तकनीक के साथ लॉन्च होगी। हालांकि प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह नई पार्टी नहीं बनाने वाले है लेकिन संभावना यह भी जताई जा रही है कि जन सुराज यात्रा के जरिए प्रशांत किशोर अपने से राजनीतिक जमीन तलाश कर रहे हैं और इसके बाद आने वाले 2 या 3 साल में नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर सकते हैं।
मोदी को सत्ता में लाकर सुर्खियों में आए थे प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर का जन्म बिहार के बक्सर जिले में 1977 में हुआ था। पीके की मां उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की हैं, वहीं पिता बिहार सरकार में डॉक्टर हैं। प्रशांत किशोर की पत्नी का नाम जाह्नवी दास है और वह पेशे से गुवाहाटी में डॉक्टर हैं। उनका एक बेटा भी है। प्रशांत किशोर साल 2014 में मोदी सरकार को सत्ता में लाने की वजह से चर्चा में आए थे। तब से उन्हें बेहतरीन चुनावी रणनीतिकार के तौर पर जाना जाता है।