छतरपुर/हरपालपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित थाना हरपालपुर क्षेत्र के गांव-गांव में शराब की अवैध बिक्री व सीमा पार तस्करी का कारोबार बढ़ गया है। पुलिस ने सरसेड़ व इमलिया गांव में कबूतरों के डेरे पर कार्रवाई करके कच्ची शराब बनाकर बेचने का धंधा तो फिलहाल बंद करा दिया पर शराब के अवैध कारोबार पर जोर नहीं चल रहा है।
कहने को तो शराब के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए विभागीय अफसरों की गाड़ियां इधर-उधर घूमती रहती हैं, फिर भी अब तो ठेके के साथ गांव-गांव में घरों और किराना की दुकानों से अवैध रूप से देशी विदेशी शराब जमकर बेची जा रही है। हरपालपुर नगर की बात करें तो यहां बस स्टैंड, कृषि उपज मंडी क्षेत्र, राजपूत कालोनी, गलान रोड पर कई ठिकानों से बड़े पैमाने पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। इसी तरह हरपालपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सरसेड़, कैथोकर, काकुनपुरा, गलान, गुढो, रानीपुरा, बोदी, कराठा सहित दर्जनों गांवों में शराब का अवैध कारोबार लगातार फैलता जा रहा है। अब तो गांवों के घर व दुकानों में ही शराब के अवैध ठेके खुल गए हैं। किराना की दुकानों पर कच्ची, देशी और अंग्रेजी शराब का हर ब्रांड आसानी से उपलब्ध करा दिया जाता है।
बस इसके लिए तय रेट से दाम कुछ अधिक जरूर देने पड़ते हैं। बड़ी आसानी से शराब ग्राहकों को उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। गांव-गांव में खुलकर शराब बिकने से बड़ी संख्या में लोग नशे के आदी बनते जा रहे हैं। जो लोग पहले चोरी छुपे शराब का अवैध कारोबार करते थे वे अब खुलेआम अपने घरों से यह अवैध धंधा करके मौके का फायदा उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारी केवल दिखावे के लिए ही शराब के अवैध विक्रेताओं पर कार्यवाही कर रहे हैं। इस तरह से शराब का अवैध कारोबार जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है।