The combination of sun and rahu caused eclipse yoga and it will affect all the zodiac signs till may-15: digi desk/BHN/नई दिल्ली/बीते 14 अप्रैल को सूर्यदेव ने मेष राशि में गोचर किया है, और छाया ग्रह राहू यहां पहले से ही मौजूद था। इस तरह मेष राशि में इन दिनों सूर्य और राहू का युति चल रही है। सूर्य-राहु की ये युति लगभग 30 दिनों तक रहेगी, जब 15 मई 2022 को सूर्य का वृषभ में गोचर होगा। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को समस्त ग्रहों के राजा माना गया है तो राहु को छायाग्रह की उपाधि दी गई है। यदि किसी राशि में गोचर करते हुए राहु और सूर्य एक साथ आकर बैठ जाए तो राहु का प्रभाव सूर्य पर भी पड़ता है और जातक को विपरीत फल मिलने लगता है। सूर्य और राहु की युति “ग्रहण योग” का निर्माण करती है, जिसका सबसे अधिक प्रभाव जातक के स्वास्थ्य पर पड़ता है। ग्रहण योग को कई मायनों में विध्वंसक माना जाता है और इसी वजह से सूर्यग्रहण लगता है। आईये जानते हैं विभिन्न राशियों पर इसका क्या असर होगा।
मेष-राहु-सूर्य की ये युति इसी राशि में ग्रहण योग बनाएगी। साथ ही इस युति से लगने वाला वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण भी इसी राशि में लगेगा। ऐसे में इस अवधि में बेहद सावधान रहें। ये योग ना सिर्फ आपके स्वभाव में उग्रता पैदा करेगा, बल्कि आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी दे सकता है। कई जातकों के पिता के स्वास्थ्य में भी बड़ी गिरावट आ सकती है।
वृषभ-इस राशि के जातकों के लिए ग्रहण योग उनके आय भाव में बनेगा। आपको पारिवारिक जीवन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। मित्र या सगे-सम्बन्धियों से धोखा मिलने से धन हानि की आशंका है। नौकरीपेशा जातकों को भी काम के दौरान तनाव रहेगा और गुस्से में नौकरी छोड़ने की स्थिति बन सकती है। आपकी बचत और आमदनी के स्रोत में कटौती हो सकती है, इसलिए सावधान रहें और धन-संबंधी जोखिम ना लें।
मिथुन-राहु-सूर्य की युति से इस राशि जातकों के साहस और आत्मविश्वास में कमी आएगी। आपके मन में हमेशा भय व असुरक्षा का भाव रहेंगे। निर्णय लेने में परेशानी होगी और भाई-बहनों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। इस वजह से धन की हानि भी संभव है। वहीं अनिर्णय की स्थिति की वजह से कार्यक्षेत्र में परेशानी रहेगी और तनाव बढ़ेगा।
कर्क-आपको चतुर्थ भाव में ग्रहण योग लग रहा है। इस अवधि में अपनी माता से स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें। आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है और वाहन, भूमि या मकान से जुड़ा नुकसान हो सकता है। वाहन चलाते संय विशेष सावधानी बरतें क्योंकि किसी दुर्घटना की संभावना भी बन सकती है।
सिंह-आपकी राशि का स्वामी सूर्य है और राहु के साथ पंचम भाव में ग्रहण योग बना रहा है। आपकी संतान को इस योग की वजह से परेशानी उठानी पड़ सकती है। अगर आप शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, तो अपेक्षित परिणाम मिलने मुश्किल होंगे। विद्यार्थियों, शिक्षकों, स्कॉलर्स आदि को इस अवधि में सकारात्मक परिणाम प्राप्त नहीं होंगे। इस दौरान उनके कार्यक्षेत्र में तनाव और विवाद के योग बन रहे हैं।
कन्या–इस राशि के छठे भाव में सूर्य और राहु की युति बन रही है। आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी तरह के लोन से बचें और कोर्ट-कचहरी या शत्रुता के मामलों से दूर रहें। इस अवधि में किसी अंग में सर्जरी होने की भी संभावना है। इस अवधि में आपके शत्रु सक्रिय होंगे और आपको हानि पहुंचाने का प्रयास करेंगे। आर्थिक तंगी की वजह से भारी ब्याज पर कोई ऋण या कर्ज लेने का प्लान बिल्कुल ना करें।
तुला-तुला राशि के लिए सूर्य और राहू की युति उनके सप्तम भाव में बन रही है। इससे आपके दांपत्य जीवन पर बुरा असर पड़ेगा। अपने जीवनसाथी के साथ विवाद या झगड़े से बचें। राहू की वजह से आपका मन बार-बार झगड़े की ओर प्रेरित होगा और गुस्से में आप कुछ ऐसा कर बैठेंगे जो रिश्ते के लिए नुकसानदेह होगा। इसलिए महीने भर तक अपने स्वभाव पर काबू रखें। पार्टनरशिप में भी अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने में परेशानी हो सकती है।
वृश्चिक-राहु-सूर्य का ये ग्रहण योग आपकी राशि के अष्टम भाव में बनेगा। जिसके चलते आपके साथ कोई चोट, वाहन दुर्घटना आदि होने के योग बनेंगे। इस दौरान अगर आपने कोई यात्रा की, तो उसमें काफी परेशानी होगी। साथ ही किसी विवाद की वजह से आपने मान-सम्मान को चोट पहुंच सकती है या बदनामी हो सकती है। ऐसे में विवाद और यात्रा से बचें।
धनु-इस राशि के नवम भाव में सूर्य और राहु का ग्रहण दोष बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों के भाग्य पर ग्रहण लगेगा। उन्हें अपने काम में ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी, फिर भी उसका समुचित फल नहीं मिलेगा। आपका धार्मिक कार्यों की ओर रुझान बढ़ सकता है, लेकिन इसमें धन भी खर्च होगा। इस अवधि में धार्मिक यात्रा से बचें, अन्यथा बेवजह परेशानी उठानी पड़ सकती है।
मकर-इस राशि के दशम भाव में सूर्य और राहु की युति हो रही है। ग्रहण दोष की वजह से इस राशि जातकों का कार्यक्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होगा। इस दौरान आपको अपने रोजगार में नई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और काफी परिश्रम के बाद भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिलेगा। इस अवधि में नई जॉब के लिए प्रयास ना करें और जहां नौकरी लगी है, उसे बचाये रखने पर ध्यान दें। कार्यस्थल पर सहयोगियों के साथ विवाद भी बढ़ सकता है।
कुंभ-इस राशि के एकादश भाव में सूर्य-राहु की युति हो रही है। यानी यह आपके आय और धनागमन के स्रोत पर विपरीत असर डालेगा। ये इच्छा-पूर्ति का भाव भी है। इसमें ग्रहण योग की वजह से आपकी इच्छाएं पूरी होने में देर लगेगी, भले ही आप कितना भी प्रयास करें। इसलिए बेहतर होगा कि किसी तरह के निवेश से बचें, कारोबार में मुनाफे में कमी को लेकर परेशान ना हों और शांति से अपना कर्म करते रहें। जल्द ही ये अवधि गुजर जाएगी।
मीन-इस राशि के लिए सूर्य-राहु की उपस्थिति द्वादश भाव में होगी। व्यय, विदेश यात्रा, आयात-निर्यात से जुड़े क्षेत्रों के लोगों पर विपरीत असर पड़ सकता है। इस दौरान विदेश यात्रा का प्लान है, तो उसमें कई अड़चनें आएंगी। वहीं मन की चंचलता की वजह से कुछ बेकार के खर्च हो जाएंगे। इस दौरान निराशा के भाव आएंगे और विदेश से जुड़े व्यापार से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।