Hijab controversy: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश के विभिन्न शहरों में राम नवमी और हनुमान जन्मोत्सव पर हुई हिंसा की चर्चा हो रही है। ताजा खबर राजस्थान के अलवर और कर्नाटक के मंगलौर से आ रही है जहां मंदिर से जुड़े विवाद सामने आए हैं। वहीं कर्नाटक के ही बैंगलुरू में हिजाब विवाद से जुड़ा नया घटनाक्रम सामने आया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि गुरुवार को मंगलौर के बाहरी इलाके में एक पुरानी मस्जिद के नीचे हिंदू मंदिर जैसी वास्तुशिल्प डिजाइन की खोज की गई है। गंजीमठ ग्राम पंचायत सीमा के तहत मलाली मार्केट मस्जिद परिसर में यह मंदिर मिला। खबर मिलते ही भारी संख्य में हिंदू संगठन के लोग वहां पहुंचे। अभी पूरा इलाका पुलिस के कब्जे में है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अमित मालवीय ने शुक्रवार को राजस्थान के अलवर जिले में विकास के नाम पर 300 साल पुराने हिंदू मंदिर को गिराने के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार की आलोचना की। भाजपा के राष्ट्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने अपने ट्विटर पर कहा, ‘राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़ा गया।’ उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
दंगे के बाद दिल्ली में बुलडोजर चला तो इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां का दर्द फूट पड़ा। पत्थर फेंकने वालों का पक्ष लिया और कार्रवाई को केंद्र सरकार की ओर से किया गया उत्पीड़न बता दिया। बोले- 10 दिन का समय दे रहे हैं, एकतरफा कार्रवाई बंद नहीं होने पर ईद बाद देशव्यापी जेल भरो आंदोलन होगा। यदि मुसलमान सड़कों पर उतरे तो किसी से संभलेंगे नहीं। अब Tauqeer Raza Khan के बयान पर योगी सरकार की प्रतिक्रिया भी आ गई है। योगी सरकार में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, उत्तर प्रदेश की जेलों में पर्याप्त जगह है. हम असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर दिल्ली में पत्थरबाजी क्यों हो रही थी, इस सवाल पर Tauqeer Raza Khan ने कहा कि अपनी और मस्जिद की सुरक्षा के लिए कुछ तो करेंगे। इसी स्थिति में पत्थर फेंके गए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने फायदे के लिए नफरत फैला रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए कहा कि वह मूकदर्शक बने हुए हैं। धृतराष्ट्र जैसी स्थिति महाभारत की ओर ले जा रही।