After khargone riots police caught 1500 provocative messages keeping an eye on controversial organization supporters: digi desk/BHN/इंदौर/ खरगोन में हुए साम्प्रदायिक दंगों के बाद शहर में शांति भंग करने की साजिश का खुलासा हुआ है। पुलिस ने 1500 से ज्यादा भड़काऊ मैसेज पकड़े है जो ज्यादातर विवादित संगठन समर्थकों द्वारा पोस्ट किए गए है। एक युवक पर खरगोन व बाणगंगा थाना में प्रकरण भी दर्ज कर लिए है। आरोपित मुंबई की रजा एकेडमी का सदर है और पीएफआइ पदाधिकारियों की करीबी है।
पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के मुताबिक क्राइम ब्रांच, इंटेलिजेंस और सीपी साइबर सेल चौबिसों घंटे सोशल की निगरानी कर रही है। थानों और खुफिया सेल के जवान चंदन नगर, आजाद नगर, खजराना, मल्हारगंज, सदर बाजार क्षेत्र के दर्जनों वॉट्सएप ग्रुप में घुसपेठ कर सोशल मीडिया पर होने वाली प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रख रही थी। एजेंसी ने 10 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच 1500 से ज्यादा भड़काऊ पोस्ट पकड़ी जो साम्प्रदायिक तनाव पैदा कर सकती थी।
पुलिस ने विवादित पोस्ट करने वालों की जानकारी जुटाई तो पता चला विवादित संगठन पीएफआइ समर्थक है।इसमें प्रमुख नाम आजाद नगर क्षेत्र के जैद पठान का है जो मुंबई के विवादित संगठन रजा एकेडमी का सदर भी है। जैद पर बाणगंगा खरगोन पुलिस ने भड़काऊ पोस्ट करने पर अलग अलग प्रकरण दर्ज किए है। सीपी के मुताबिक जैद की गतिविधियां संदिग्ध है और उसके विरुद्ध जिलाबदर की कार्रवाई चल रही है।
चूड़ीवाला कांड और सीए-एनआरसी में शामिल था जैद
खुफिया विभाग ने द्वारा तैयारा रिपोर्ट के मुताबिक जैद सीए -एनआरसी के विरोध में धरना प्रदर्शन में भी लोगों को भड़काने की कोशिश की थी। इसके बाद चूड़ीवाला कांड और कोमेडियन मुन्नवर फारुखी के साथ हुए घटनाक्रम में भी जैद आगे रहा था। दंगों के तुरंत बाद जैद ने फेसबुक पर कई विवादित बयान पोस्ट किए जिसमें एक पोस्ट बेहद आपत्तिजनक है।