dhanteras 2020:सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ पांच दिवसीय दीपावली महोत्सव आज से शुरू हो रहा है. इस महोत्सव का समापन 16 नवंबर सोमवार को होगा. इसकी शुरुआत आज धनतेरस से होगी. गुरुवार को धनतेरस पड़ने से इसकी महत्ता बढ़ गयी है, क्योंकि गुरुवार को भगवान विष्णु का दिन माना गया है. इस बार 12 और 13 नवंबर को प्रदोष काल में त्रयोदशी तिथि नहीं मिलने के कारण 12 नवंबर को धनतेरस मनाया जायेगा. आज शाम 5:26 बजे से रात 8:06 बजे तक खरीदारी की जा सकती है. कुछ वाराणसी पंचांग के अनुसार भगवान धन्वंतरि की पूजा शुक्रवार को होगी़ वहीं गुरुवार को धनतेरस से संबंधित खरीदारी की बात कही गयी है. मिथिला पंचांग के अनुसार भी धनतेरस गुरुवार को ही है.
यम के नाम से निकाला जायेगा दीया :इस दिन यम के नाम से दीया निकाला जायेगा. रात में यम देवता की पूजा कर पूरे परिवार की रक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना की जायेगी. धनतेरस के दिन ही कई लोग लक्ष्मी पूजा करते हैं. इस दिन व्यापारिक प्रतिष्ठानों के अलावा घरों में भी पूजा होती है.
लक्ष्मी गणेश की पूजा के लिए वृष लग्न को सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि यह स्थिर लग्न है. कुंभ और सिंह लग्न को भी स्थिर लग्न माना गया है. आज दिन के 1:05 से 2:36 बजे तक कुंभ लग्न है. शाम 5.41 से 7:37 बजे तक वृष और रात 12:09 से 2:23 तक सिंह लग्न है.
राशि के अनुसार आज क्या खरीदें
- मेष : स्वर्ण, तांबा व पीतल से निर्मित वस्तुएं
- वृष : चांदी के सिक्के, बर्तन, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति.
- मिथुन : स्वर्णाभूषण, कांसे के बर्तन
- कर्क : चांदी के सिक्के या चांदी के बर्तन
- सिंह : तांबे या स्वर्ण से निर्मित वस्तुएं.
- कन्या : चांदी या कांसे के बर्तन या चांदी की अन्य वस्तुएं.
- तुला : चांदी से बने पूजा के पात्र, चांदी के सिक्के.
- वृश्चिक : स्वर्णाभूषण, स्वर्ण की मूर्ति, भूमि या तांबे से निर्मित वस्तुएं.
- धनु : स्वर्ण से निर्मित वस्तुएं.
- मकर : वाहन, सजावट के सामान (धातु से निर्मित), स्वर्णाभूषण.
- कुंभ : स्वर्ण से निर्मित वस्तुएं, भूमि, वाहन.
- मीन : चांदी का श्रीयंत्र, स्वर्ण से बना हुआ लक्ष्मी जी का यंत्र या सोने, चांदी की अन्य पसंदीदा वस्तुएं.