Election Counting, Results 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ दो दिन पहले आए एक्जिट पोल को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच गुरुवार को फैसला हो जाएगा कि पांच राज्यों के चुनाव में किसका पलड़ा भारी रहा। सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी और माना जा रहा है कि अधिकतर राज्यों में जनता की पसंद का अंदाजा 12 बजे तक लग जाएगा। यह तय है कि इस नतीजे का असर राष्ट्रीय राजनीति पर भी दिखेगा। एक्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में भाजपा, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते दिखाई गई है जबकि मणिपुर और उत्तराखंड में भाजपा को बढ़त दिखाई गई है। गोवा को लेकर लगभग एक मत है कि वहां त्रिशंकु विधानसभा आ सकती है।
बढ़ी सियासी गर्मी
एक्जिट पोल में सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश और सबसे रोचक राज्य पंजाब को लेकर लगभग एक मत से स्थिति साफ कर दी है कि वहां कौन आएगा लेकिन औपचारिक नतीजे का इंतजार सबको है। खासकर उत्तर प्रदेश को लेकर राजनीतिक गर्मी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रदेश में कई स्थानों पर समर्थक वर्ग उग्र हो गए और चुनाव आयोग को विशेष इंतजाम करना पड़ रहा है।
UP के नतीजे बेहद अहम
जीत के दावे प्रत्येक दल के नेता कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में दोबारा भाजपा का मनोबल और तेज होगा। ध्यान रहे कि केंद्र में लगातार दो बार बहुमत की सरकार बनाने वाली भाजपा को उत्तर प्रदेश से दोनों बार ऐतिहासिक समर्थन मिला था। वह भी तब जबकि विपक्षी खेमा हर प्रयोग कर चुका। अगर ऐसा नहीं हुआ तो भाजपा के लिए बड़ा झटका होगा। दूसरी ओर राष्ट्रीय परिदृश्य में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लिए यह बहुत बड़ी परीक्षा है।
पार्टी में घमासान लंबे समय से है। सीधे तौर पर नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया जा रहा है। अगर पार्टी को फिर से विफलता मिलती है तो वरिष्ठों का असंतुष्ट खेमा फिर मुखर हो सकता है। विपक्ष में कांग्रेस को अलग थलग छोड़कर विपक्षी एकता की मुहिम भी तेजी पकड़ सकती है। पंजाब में बहुमत पर बहस: एक्जिट पोल में आप सरकार बनने के दावों के बीच भी पंजाब में इस बार सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि राज्य में स्पष्ट बहुमत की सरकार बनेगी या नहीं? यदि किसी पार्टी को बहुमत न मिला तो क्या शिरोमणि अकाली दल (शिअद) व भाजपा फिर गठबंधन करेंगे?
सवाल बहुत सारे
क्या कांग्रेस और आप मिलकर सरकार बना सकते हैं ? यदि कोई भी पार्टी 59 के जादूई आंकड़े को न छू सकी और गठबंधन की सूरत नहीं बनी तो क्या राष्ट्रपति शासन लगेगा? बड़े चेहरों में प्रकाश सिंह बादल, कै. अमरिंदर सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, सुखबीर बादल, भगवंत मान, नवजोत सिंह सिद्धू मैदान में हैं।
उत्तराखंड में साख का सवाल
उत्तराखंड में भाजपा ने अपने युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चेहरे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जादुई आभामंडल के बूते यह चुनाव लड़ा। कांग्रेस के लिए चुनाव अभियान की कमान संभाली पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने। हालांकि भरसक प्रयास के बाद भी हाईकमान ने उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया, लेकिन इसके बावजूद रावत ही इस पद के सबसे प्रबल दावेदार हैं। भाजपा और कांग्रेस के अलावा पहली बार चुनाव मैदान में उतरी आप ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, जबकि बसपा ने 60, सपा ने 56 और उक्रांद ने 46 सीटों पर चुनाव लड़ा।
UP में BJP को सर्वाधिक मत प्रतिशत मिलने का अनुमान
मतगणना से ठीक एक दिन पहले बुधवार को आए लोकनीति-सीएसडीएस के एक्जिट पोल में भी उत्तर प्रदेश में भाजपा को सर्वाधिक 43 प्रतिशत और सपा को 35 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही कही गई है। पंजाब में आप को सर्वाधिक 40 प्रतिशत और कांग्रेस को 26 प्रतिशत मत मिलने का अनुमान है। शिरोमणि अकाली दल को 20 और भाजपा को सात प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। उत्तराखंड और पंजाब में कांग्रेस की हार की बात इस एग्जिट पोल में की गई है। अनुमान है कि गोवा में त्रिशंकु विधानसभा होगी। इस पोल में सीटों की संख्या नहीं बताई गई है।