Indian railways, rail passengers will enjoy musical journeys on shatabdi and vande bharat trains: digi desk/BHN/ नई दिल्ली/ शताब्दी (Shatabdi) और वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Trains) में यात्री जल्द ही अपने सफर के दौरान संगीत का आनंद उठा सकेंगे। इंडियन रेलवे ने यात्रा के दौरान यात्रियों के मनोरंजन के लिए नई व्यवस्था शुरू कर रहा है। उत्तर रेलवे (Northern Railway) यात्रियों के एड्रेस सिस्टम से जरिए से ट्रेनों में म्यूजिक और रेडियो जॉकी एंटरटेनमेंट पेश करेगा। इस पहल का उदेश्य वंदे भारत एक्सप्रेस और शताब्दी में यात्रियों को सुखद यात्रा का अनुभव प्रदान करना है। भारतीय रेलवे ने कहा कि सफर से साथ संगीत बेहद अच्छा कॉम्बिनेशन है। इससे यात्रियों का मूड अच्छा होगा। ऑफिशियल विज्ञप्ति के अनुसार उत्तर रेलवे ने दिल्ली मंडल की शताब्दी और वंदे भारत ट्रेनों में रेडियो सर्विस के लिए एक अनुबंध प्रदान किया है।
रेडियो म्यूजिक से होगा स्वागत
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार अब यात्री शताब्दी या वंदे भारत ट्रेनों में दिल्ली, लखनऊ, भोपाल, चंडीगढ़, अमृतसर, अजमेर, देहरादून, कानपुर, वाराणसी, कटरा और काठगोदाम की यात्रा करेंगे। तब उनका स्वागत रेडियो म्यूजिक से किया जाएगा। मनोरंजन/रेलवे सूचना व कमर्शियल विज्ञापन के अनुपात यात्रा समय के दौरान प्रति घंटे के आधार पर 50 मिनट: 10 पर दिया जाएगा। इससे रेलवे को वार्षिक 43.20 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त होगा।
तीन साल में 400 नई ट्रेनें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के पेश किए बजट में तीन साल में 400 नई वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। 58 नई वंदे भारत ट्रेनों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए नौ कंपनियों ने बोली लगाई है। फिलहाल मेधा इंजीनियरिंग द्वारा रेलवे की 3 उत्पादन इकाइयों में 44 ट्रेनों का निर्माण हो रहा है।
काशी विश्वानाथ एक्सप्रेस में लगे एलएचबी कोच
इधर काशी विश्वानाथ एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगा दिए गए हैं। इस कोच में अधिक जगह होने के साथ सुरक्षित भी है। एलएचबी के स्लीपर में 80 और थर्ज एसी में 72 सीट हैं। हादसा होने पर कोच एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते हैं। इसमें यात्रियों को सफर के दौरान झटके भी नहीं लगते हैं।