PM Modi in Sitapur: digi desk/BHN/लखनऊ/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इसमें उन्होंने प्रदेश में भाजपा की सरकार के होने के मतलब को कई उदाहरणों के साथ समझाया। उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा सरकार होने का मतलब है, दंगाराज, माफियाराज, गुंडाराज पर बराबर कंट्रोल। यूपी में भाजपा सरकार होने का मतलब है, पूजा-पर्वों को मनाने की खुली स्वतंत्रता। यूपी में भाजपा सरकार होने का मतलब है, बहनों-बेटियों की मनचलों से सुरक्षा। अब योगी जी की सरकार यूपी के लोगों को, इन दंगाइयों से, अपराधियों से, मुक्ति दिलाने का काम कर रही है। इसलिए आज पूरा यूपी कह रहा है- जो कानून का राज लाए हैं, हम उनको लाएंगे।
भाषण के मुख्य अंश
- वोकल फॉर लोकल बोलने पर भी विपक्ष के नेताओं को दुख होता है। क्योंकि वोकल फॉर लोकल बोलने से क्रेडिट मोदीजी को योगी जी को मिलेगा। घोर परिवारवादियों की सोच ने वर्षों तक अपने कारीगरों के हुनर पर बल देने के बजाए, विदेश से आयात पर बल दिया।
- 2007-2017 तक के बीच 10 साल में इन्होंने 2 लाख से भी कम सरकारी नौकरियां यूपी के युवाओं को दी थी। योगी जी सरकार ने 5 साल में 4.5 लाख सरकारी नौकरियां दी है। घोर परिवारवादियों की सरकार में नौकरियां किस तरह मिलती थीं, ये यूपी के लोग अच्छे से जानते हैं। ये घोर परिवारवादियों ने इतने वर्षों तक अपने कारीगरों पर हुनर के बजाय विदेश से आयात पर ही बल दे दिया।हमने झांसी से लेकर अलीगढ़ तक डिफेंस कॉरिडोर का काम शुरू किया है।
- – आज हम लोकल के वोकल होने की बात कर रहे हैं, इसके पीछे यही हमारा प्रयास है, हमारी कोशिश है कि देश में अधिक से अधिक उत्पादन हो, रोजगार के अधिक से अधिक अवसर बने।
- – वोकल फॉर लोकल बोलने पर भी विपक्ष के नेताओं को दुख होता है। क्योंकि वोकल फॉर लोकल बोलने से क्रेडिट मोदीजी को योगी जी को मिलेगा। घोर परिवारवादियों की सोच ने वर्षों तक अपने कारीगरों के हुनर पर बल देने के बजाए, विदेश से आयात पर बल दिया।
- – अगर आपके पास घर है, बंगला है, गाड़ी है, उद्योग है, खेत खलिहान है, सुख ही सुख है, लेकिन आपकी जवान बेटी या बेटा घर से बाहर गया हो, और शाम को उसका शव आए तो ये घर, ये पैसे किस काम के? आपको चाहिए, सुरक्षा। जब कानून का राज नहीं होता, तो सबसे ज्यादा पिसना गरीब को ही पड़ता है।
- – माफियाओं के राज में गरीब की सुनवाई नहीं होती। उत्तर प्रदेश में जो पहले घोर परिवारवादियों की सरकार थी, उन्होंने यही माहौल बना रखा था।
- – भाजपा सरकार ने यूपी में 2 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण करके माता-बहनों की बहुत बड़ी परेशानी दूर की। शौचालय को इज्जतघर नाम उत्तर प्रदेश से ही मिला है। दिल्ली में शासन करने वालों की इसकी समझ नहीं है कि गरीब की जिंदगी में शौचालय की कितनी अहमियत है।
- – गरीब माताओं-बहनों-बेटियों को खुले में शौच के अपमान से, पीड़ा से मुक्ति चाहिए थी। आजादी के सात-सात दशक के बाद मेरी गरीब मां अंधेरे का इंतजार करती थी। ये मेरी गरीब मां का दर्द, गरीब परिवारों का दर्द, गरीबी से आया हूं उसका बेटा ही जान सकता है।
- – भाजपा सरकार ने यूपी में 2 करोड़ से ज्यादा इज्जत घरों का- शौचालयों का निर्माण करके उनके जीवन की बहुत बड़ी परेशानी दूर की।
- – डबल इंजन की सरकार डबल शक्ति से यूपी को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए, गरीब को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। गरीब, पिछड़े, दलित भाई-बहनों का सपना था कि उनके पास भी अपना घर हो। भाजपा सरकार ने 5 साल में यूपी में 34 लाख पक्के घर बनाकर गरीबों को दिए हैं।
- – मैं आपकी तरह ही एक गरीब परिवार से आया हूं। मैंने गरीबी के भाषण नहीं सुने, मैं गरीबी जी कर आया हूं। गरीब की जिंदगी क्या होती है, इससे गुजरकर मैं आपके बीच पहुंचा हूं।
- – इस कोरोना काल में गरीबों को आयुष्मान भारत योजना का भी बहुत लाभ मिला है। जो गरीब पहले अच्छे अस्पताल में इलाज की सोच भी नहीं सकता था, आज वो वहां मुफ्त इलाज करा रहा है।