Som Pradosh Vrat 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक Pradosh Vrat का पालन करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है। हर माह आने वाली शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को Pradosh Vrat रखा जाता है। इस बार शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 फरवरी को है। सोम प्रदोष व्रत का पालन करने से न केवल भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है, बल्कि उनकी सभी मनोकामनाएं भी पूरी की जा सकती हैं। इस बार Pradosh Vrat पर विशेष बात यह है कि प्रदोष व्रत के दिन 3 शुभ योग बन रहे हैं। प्रदोष व्रत के दिन सिद्धि योग, रवि योग और आयुष्मान योग बन रहा है।
प्रदोष व्रत के दिन बने योग का समय
- – सिद्धि योग त्रयोदशी तिथि को 11.53 मिनट से शुरू होकर 15 फरवरी को सुबह 7 बजे तक रहेगा।
- – 14 फरवरी को सुबह 11.53 बजे रवि योग शुरू होगा और 15 फरवरी को सुबह 7:00 बजे समाप्त होगा।
- – रात 9.29 बजे तक आयुष्मान योग समाप्त हो जाएगा।
Pradosh Vrat की पूजा विधि
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा की जाती है। इसमें स्नान करने के बाद लाल या गुलाबी रंग के कपड़े पहनना चाहिए। उसके बाद भगवान शिव को तांबे या चांदी के कमल में बेलपत्र, भांग, लाल चंदन, शहद/गन्ने का रस और शुद्ध जल अर्पित करना है। इसके साथ ही ओम सर्वसिद्धि प्रदाय नमः इस मंत्र का एक बार जाप करें।
महामृत्युंजय मंत्र का करें जाप
ओम त्रयंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥