Part of a coal mine collapsed in dhanbad and many workers buried under the debris in jharkhand: digi desk/BHN/धनबाद/ धनबाद के निरसा इलाके में एक कोयला खदान में सुरंग धंसने से कई मजदूर मलबे के नीचे दब गये हैं। पुलिस एवं प्रशासन के लोग बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन भारी पत्थरों के कारण इन्हें हटाना आसान नहीं है। ये हादसा ईसीएल के गोपीनाथपुर कोलियरी में अवैध कोयला उत्खनन के दौरान हुआ। मीडिया सूत्रों के मुताबिक सुरंग धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई है। मलबे से अब तक पांच शवों को निकाला जा चुका है, जिनमें से 4 महिलाएं हैं। प्रशासन व कोलियरी प्रबंधन की ओर से मलबे को हटाने का काम जारी है। मरने वाले अधिकांश लोग स्थानीय ग्रामीण और गरीब मजदूर हैं। मलबे से कुछ और शव निकलने की आशंका है।
बचाव कार्य जारी
ये हादसा मंगलवार की सुबह हुआ लेकिन अवैध उत्खनन की वजह से ईसीएल कोलयरी प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन इस मामले को स्वीकार करने से कतराते रहे। बाद में जनप्रतिनिधियों के दबाव पर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। . प्रशासन ने तीन जेसीबी मशीनें मंगवाईं और पत्थर हटाये गये। काफी मशक्कत के बाद अब तक पांच लोगों के शव निकाले गए हैं, जिनमें चार महिला और एक पुरुष शामिल है। मामले की जांच के लिए ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में SIT गठित कर दी गई है।
सालों से चल रहा है अवैघ कोयला कारोबार
धनबाद के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध कोयला कारोबार चलाया जा रहा है। पैसे के लालच में गरीब मजदूर अवैध उत्खनन शुरु करते हैं और कई बार हादसों का शिकार होते रहते हैं। वहीं इस धंधे में लगे बड़े ठेकेदार, इन मजदूरों की जान जोखिम में डालकर मोटा मुनाफा कमाते हैं। जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि जितने बड़े पैमाने पर अवैध कोयला कारोबार चलाया जा रहा है, उससे साफ है कि इसमें खनन माफिया से लेकर पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों की भी मिलीभगत है।