Corona death, kawardha teacher dies while on duty at home isolation call center: digi desk/BHN/कवर्धा/ कवर्धा शहर के होम आइसोलेशन काल सेंटर में ड्यूटी पर लगे शिक्षक शेरू खान की मौत अचानक डयूटी के दौरान हो गई। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए जिला स्तरीय होम आइसोलेशन काल सेंटर जिला ग्रंथालय कवर्धा में बनाया गया है, जहां शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। वहां सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक पहली शिफ्ट में शिक्षक शेरू खान की ड्यूटी थी।
काल सेंटर प्रभारी अजय चंद्रवंशी ने बताया कि सुबह शिक्षक ड्यूटी पर आए तो उन्होंने गैस की समस्या बताई थी। उसके बाद वह सीढ़ी से नीचे उतरने के बाद बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
खबर सुनते ही उनके शिक्षक साथी व स्वजन अस्पताल पहुंचे। मिली जानकारी के अनुसार उनको पहले हार्ट की समस्या थी। संभावना जताई जा रही है कि उन्हें हार्ट अटैक आया होगा। शेरू कवर्धा ब्लाक के बरबसपुर संकुल में पूर्व माध्यमिक शाला सिंघनपुरी में शिक्षक थे। साथी शिक्षकों ने बताया कि उनके तीन बधो 10 वर्ष से कम के हैं। छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ कबीरधाम के जिलाध्यक्ष शिवेंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि शिक्षकों को कोरोना वारियर्स का दर्जा नहीं दिया गया है।
शासन के आदेशानुसार शिक्षकों को कोरोना डयूटी से मुक्त रखना है, फिर भी काल सेंटर व विभिन्न कोरोना कार्यों में शिक्षकों की ड्यूटी लगाना गैरजिम्मेदाराना है। इसकी जांच होनी चाहिए व जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही होनी चाहिए। शिक्षक शेरू खान का निधन होम आइसोलेशन काल सेंटर कवर्धा में ड्यूटी के दौरान हुआ है, अत: जिला प्रशासन उनके स्वजन को अविलंब 50 लाख रुपये मुआवजा प्रदान करे।
वहीं छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के कार्यकारी जिलाध्यक्ष महेश सिंह ठाकुर ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि अपनी जान को दांव पर लगाकर कोरोनो ड्यूटी कर रहे शिक्षक को कोरोना वारियर्स का दर्जा प्रदान कर परिवार को नियमानुसार आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान किया जाए। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। कोरोना ड्यूटी कर रहे सभी शिक्षकों को कोरोना वारियर्स का दर्जा दिया जाए।