अनूपपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ वन परिक्षेत्र अनूपपुर के अमरकंटक मुख्य मार्ग से लगे जंगल में तीन व्यक्ति शिकार के उद्देश्य आए थे जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। यह मामला बुधवार की रात का है। गिरफ्तार संदिग्ध आरोपी छत्तीसगढ़ राज्य के है। आरोपियों के कब्जे से एक, राइफल, 25 जिंदा कारतूस सहित शिकार करने सामग्री सहित एक स्कार्पियो जीप भी जब्त की गई है। आरोपियों के गिरफ्तारी के बाद यह माना जा रहा है कि अनूपपुर जिले के जंगल में अंतरराज्यीय शिकार गिरोह सक्रिय है। वन विभाग को यह बड़ी सफलता डीएफओ की सक्रियता से मिली।
जानकारी अनुसार जिले के वन मंडलाधिकारी डा. अब्दुल अलीम अंसारी लगभग 11:30 बजे जंगल गस्त में निकले थे। अनूपपुर से किरर घाट की तरफ जब वे अपने चालक के साथ जा रहे थे तो स्टेट हाईवे अमरकंटक मार्ग में छीरापटपर के समीप एक जीप खड़ी मिली किरर घाट का भ्रमण कर वापस आते समय फिर वही जीप खड़ी दिखी संदेह हुआ तो गाड़ी के नजदीक पहुंचे तो गाड़ी आगे जाने लगी जिसका पीछा किया गया और कुछ दूर आगे जाने पर ओवरटेक कर गाड़ी रुकवाई। स्कार्पियो जीप जिसका नंबर 13 यूसी 7304 है में ड्राइवर मिला। जिसे डीएफओ और ड्राइवर ने मिलकर पकड़ लिया। डीएफओ ने तुरंत इस मामले की जानकारी अनूपपुर और राजेंद्र ग्राम रेंजर को देते हुए कर्मचारियों के साथ पहुंचने के लिए कहा इसके अलावा पुलिस अधीक्षक अनूपपुर अमित पटेल को भी मामले से अवगत कराया।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली अनूपपुर पुलिस बल भी घटनास्थल रवाना हुआ। वाहन में मौजूद युवक ने दो अन्य लोगों के जंगल में जाने की जानकारी दी गई जब पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी वहां गए तो घेराबंदी कर जंगल में शिकार के उद्देश्य में गए दो और व्यक्तियों को पकड़ा गया। आरोपियों के कब्जे से एक राइफल, 25 जिंदा कारतूस, एक खाली कारतूस, दो बड़ी सर्च लाइट, दो चाकू, एक गडासा, एक एयर बैग बरामद किया गया जिसमें खून भी लगा हुआ था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सोहराव पिता अबरार अहमद फिरदौसी 32 वर्ष, वकील पिता मोहम्मद हुसैन फिरदौसी 33 वर्ष और आरिफ पिता कासिम फिरदौसी 35 वर्ष सभी निवासी नवागढ़ थाना अंबिकापुर जिला सरगुजा के हैं। वन विभाग ने तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 16 (ए) (बी) 50 एवं 51 के तहत कार्रवाई की है। जहां से आरोपियों को हिरासत में लिया गया। वन विभाग द्वारा शहडोल से खोजी कुत्ता मंगवाकर वन क्षेत्र का परीक्षण करवाया जा रहा है। बुधवार को मामले की पूरी जांच कार्रवाई विभाग ने की और गुरुवार को न्यायालय अनूपपुर में तीनों आरोपियों को पेश किया। वन विभाग के अनुसार यह आरोपी पेशेवर शिकारी हो सकते हैं जो पूरी तैयारी के साथ और जंगल की भौगोलिक स्थिति पता करने के बाद शिकार के प्रयास में आए हुए थे।