कटनी, भास्कर हिंदी न्यूज़/ भागलपुर सूरत सुपरफास्ट एक्सप्रेस कटनी से जबलपुर की ओर जा रही थी। कटनी मेन स्टेशन पर स्टापेज के बाद मेन स्टेशन से करीब दो किमी दूर जाकर अचानक रुक गई। जानकारी के अनुसार भागलपुर से सूरत जाने वाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस सोमवार की रात करीब साढ़े 12 बजे हादसे का शिकार होने से बच गई। कटनी साउथ और निवार स्टेशन के बीच ट्रेन के कोच का प्लैंक टूटकर ट्रैक से टकराने लगा। इस पर लोको पायलट ने ट्रेन को रोक दिया और हादसा टल गया।
घटना की सूचना गेट मैन ने कटनी साउथ स्टेशन को दी। सूचना पर सुधार कार्य के लिए पहुंची रेलवे आपरेटिंग डिपार्टमेंट की टीम ने करीब डेढ़ घंटे सुधार करने के बाद ट्रेन को वापस कटनी साउथ स्टेशन लाया। यहां पर ट्रेन के एक जनरल कोच को हटाया गया और सुबह करीब पांच बजे ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया है। हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। हादसे का कारण जानने के लिए रेलवे अधिकारियों द्वारा टीम गठित कर जांच कराई जा रही है।
ये है मामला
ट्रेन क्रमांक 22948 भागलपुर-सूरत सुपरफास्ट एक्सप्रेस कटनी स्टेशन में अपने निर्धारित समय रात लगभग साढ़े 11 बजे से आधे घंटे देर से आई थी। कटनी स्टेशन में स्टापेज के बाद जबलपुर की ओर रवाना हुई थी। कटनी साउथ स्टेशन और निवार स्टेशन के बीच ट्रेन का निचला हिस्सा रेल ट्रैक से टकराने की आवाज आने लगी। इस पर लोको पायलट ने गेट नंबर 355 पर ट्रेन को रोक दिया। जानकारी के अनुसार सुधार कार्य करते हुए ट्रेन को करीब एक किलोमीटर वापस कटनी साउथ स्टेशन लाया गया। कटनी साउथ स्टेशन में ट्रेन डी 3 जनरल कोच को हटा दिया गया। जनरल कोच में जो यात्री बैठे थे उन्हें दूसरे जनरल कोच में बैठाया गया।
सुबह रवाना हो सकी ट्रेन
सुबह करीब पांच बजे ट्रेन को कटनी साउथ से आगे की ओर रवाना किया गया। घटना के कारण भागलपुर-सूरत सुपरफास्ट एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय लगभग पांच घंटे देर से चल पाई। अधिकारियों ने बताया कि बोगी की साइड ट्राली एकाएक झूलने लगी थी। हादसे की जानकारी मिलने पर ट्रेन से इस बोगी को अलग किया गया। यात्रियों को दूसरी बोगियों में बैठाकर ट्रेन को रवाना किया गया। अधिकारियों ने बताया कि भागलपुर सूरत सुपरफास्ट एक्सप्रेस के एक डिब्बे में खराबी आई थी। जैसे ही ट्रेन रुकी पायलट और गार्ड ने डिब्बे को चेक किया। इसके साथ ही वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर तकनीकी स्टाफ रवाना कर दिया गया। बोगी में आई दिक्कत को दूर कर दिया गया और इसके बाद ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया।