Reserve bank of india rbi ombudsman scheme received the highest banking related complaints: digi desk/BHN/नई दिल्ली/बैंक ग्राहक एटीएम/डेबिट कार्ड, मोबाइल/इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड और दूसरी बैंकिंग समस्याओं से बुरी तरह परेशान हैं। यही कारण है कि RBI के बैंकिंग लोकपाल के पास शिकायतों का अंबार लगा है। यह खुलासा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की हालिया रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों और दूसरी प्राइवेट कंपनियों द्वारा तय शर्तों को पूरा नहीं करना और उचित व्यवहार संहिता (Fair Practices) का उल्लंघन, ऐसे कुछ प्रमुख मुद्दे हैं जिनको लेकर बैंकिंग लोकपाल (Ombudsman) के पास शिकायतें आती हैं। रिजर्व बैंक की बुधवार को जारी रिपोर्ट को बैंकिंग लोकपाल कार्यालय को जुलाई, 2020 से मार्च, 2021 के दौरान मिली शिकायतों के आधार पर तैयार किया गया है।
खास बात यह है कि इसमें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लोकपाल योजना के चंडीगढ़ कार्यालय को बैंकिंग से संबंधित सबसे अधिक शिकायतें मिलीं, इसके बाद जुलाई-मार्च 2020-21 की नौ महीने की अवधि के लिए कानपुर का स्थान रहा। ग्राहकों की ज्यादातर शिकायतें एटीएम और डेबिट कार्ड, मोबाइल और ऑनलाइन बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड से संबंधित थीं।
रिजर्व बैंक की 2020-21 के लिए लोकपाल योजनाओं पर जारी वार्षिक रिपोर्ट को एक जुलाई, 2020 से 31 मार्च, 2021 की अवधि के लिए तैयार किया गया है। एक जुलाई, 2020 से रिजर्व बैंक का वित्त वर्ष जुलाई-जून से बदलकर अप्रैल-मार्च हो गया है। इसमें बैंकिंग लोकपाल योजना, 2006 (बीओएस), गैर-बैकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के लिए लोकपाल योजना, 2018 (ओएसएनबीएफसी) और डिजिटल लेनदेन के लिए लोकपाल योजना, 2019 (ओएसडीटी) को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तीनों लोकपाल योजनाओं के तहत समीक्षाधीन अवधि में शिकायतें 22.27 प्रतिशत बढ़कर 3,03,107 पर पहुंच गईं। कुल शिकायतों में सबसे अधिक 90.13 प्रतिशत या 2,73,204 बीओएस को मिलीं। ओएसएनबीएफसी श्रेणी में 8.89 प्रतिशत तथा ओएसडीटी श्रेणी में 0.98 प्रतिशत शिकायतें मिलीं।
कैसे करें शिकायत
आप भी भारतीय रिज़र्व बैंक के बैंकिंग लोकपाल में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके लिए आपको एक शिकायत प्रपत्र ऑनलाइन भरना होगा जिसमें आपको अपने शिकायत का विवरण, बैंक का नाम जिसके खिलाफ आप शिकायत दर्ज करवाना चाहते हैं, फ़ोन नंबर, बैंक खाता इत्यादि का विवरण देना होगा। उसके बाद आपकी शिकायत रजिस्टर हो जाएगी।