Vaccination drive in india precaution doses of covid vaccine administered on first day: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश में ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर और गंभीर रोगों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सोमवार से वैक्सीन की सतर्कता डोज लगाई जाने लगी है। कोविन पोर्टल के रात आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक पहले दिन करीब 10 लाख डोज लगाई गई हैं।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पात्र लोगों से कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक लेने की अपील की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा- ‘देश में वैक्सीन की एहतियाती खुराक दी जानी शुरू की गई है। उन लोगों का अभिनंदन जिन्होंने आज वैक्सीन लगवाई। मैं उन सभी से वैक्सीन की एहतियाती खुराक लगवाने का अनुरोध करूंगा जो इसके लिए पात्र हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं टीकाकरण कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे प्रभावी साधनों में से एक है।’
पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी और उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड एवं बारिश के बावजूद देशभर में टीका केंद्रों पर सतर्कता डोज लेने वालों की कतारें देखी गईं।
सतर्कता डोज के लिए पात्र लोगों की संख्या लगभग 5.70 करोड़ है। इसमें 1.05 करोड़ स्वास्थ्यकर्मी, 1.90 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर और 2.75 करोड़ गंभीर रोगों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोग शामिल हैं। 24 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 10 जनवरी से सतर्कता डोज लगाई जाएगी।
कोविन पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक कुल 9.68 लाख सतर्कता डोज लगाई गई है। इसमें 7.34 लाख स्वास्थ्यकर्मियों व फ्रंटलाइन वर्करों को दी गई हैं। सोमवार को समाचार लिखे जाने तक कुल 89.60 लाख डोज लगाई जा चुकी थीं। इसमें 15-18 वर्ष के किशोरों को दी गईं 22.83 लाख पहली डोज शामिल हैं।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दोपहर में ही ट्वीट कर कहा था कि उनके राज्य में अब तक 91 हजार से ज्यादा सतर्कता डोज दे दी गई हैं। इसी तरह गुजरात समेत अन्य राज्यों में भी सतर्कता डोज शुरू करने को लेकर विशेष तैयारियां की गई। गुजरात में इस अभियान को शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल खुद एक टीका केंद्र पर पहुंचे थे।