कटनी दमोह, सतना, रीवा, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया में शनिवार रात से रुक-रुक कर बारिश
सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ ओलावृष्टि की वजह से प्रदेश के पश्चिमी, मध्य व उत्तर क्षेत्रों में फसलों पर बुरा असर पड़ा है। महाकोशल-विंध्य के जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, कटनी दमोह, सतना, रीवा, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया में शनिवार रात से रुक रुक- रुक कर बारिश हो रही है। इससे फसलों को खासा नुकसान होने की आशंका जताई गई है वहीं, भिंड जिले के दबोह क्षेत्र के बीसनपुरा, मुरावली, दावनी सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही शिवपुरी, मुरैना, ग्वालियर के अलावा बुंदेलखंड के टीकमगढ़, निवाड़ी एवं छतरपुर जिले में भी ओलावृष्टि के कारण रबी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हाे गई है। खेतों में बर्फ की चादर बिछ गई है और अपनी फसलों को बर्बाद होते देखकर अन्नदाता के आंसू निकल आए हैं।
सागर और बीना इलाके में बारिश के साथ करीब एक दर्जन गांव में भारी ओलावृष्टि हुई। इससे करीब एक दर्जन में हजारों एकड़ की फसल बर्बाद हो गई। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी ओला प्रभावित गांवों में पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया।
समर्थन मूल्य पर खरीदा गया धान भीगा
बारिश के कारण खरीद केंद्रों पर बाहर रखा समर्थन मूल्य पर खरीदा गया धान भीग गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी जिम्मेदारों ने धान की सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं किए। अधिकांश धान परिवहन नहीं होने के कारण केंद्रों पर रखा है। कृषि अधिकारियों ने गेहूं के लिए बारिश को फायदेमंद और दलहनी फसलों को नुकसान की आशंका जताई है।
नुकसान के सर्वे की मांग काे लेकर किसानों का चक्काजाम
भिंड जिले में किसानाें ने नुकसान के सर्वे की मांग काे लेकर आज दावनी बंबा के पास चक्काजाम कर दिया। हंगामे की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी माैके पर पहुंचे और आश्वासन देकर जाम खुलवाया। ओलावृष्टि से फसलें तबाह हाे गई हैं। कई कच्चे मकानाें काे भी नुकसान पहुंचा है। मौके पर पहुंचे लहार एसडीएम आरए प्रजापति ने ओलावृष्टि से खराब हुई फसल का तुरंत सर्वे कराए जाने की बात कहकर जाम को खुलवाया। एसडीएम ने कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर ओलोवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे भी किया।
ग्वालियर चंबल अंचल में भारी नुकसान
ग्वालियर चंबल अंचल के कई इलाकाें में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। इससे फसलाें काे खासा नुकसान पहुंचा है। रबी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हाे गई है। कई क्षेत्राें में प्रशासनिक अधिकारियाें ने पटवारियाें काे नुकसान के आकलन के निर्देश भी दिए हैं।
छतरपुर जिले के अनेक गांवों में फसल पूरी बर्बाद
छतरपुर के बड़ामलहरा ब्लॉक में ओलावृष्टि और तेज बारिश के कारण करीब आधा सैकड़ा से अधिक गांवों में फसल पूरी बर्बाद हो गई है। किसानाें का रोरोकर बुरा हाल है। ग्राम कर्री, टहनगा, सिरोंज, रानी खेरा, सूरजपुरा कला, सूरजपुरा खुर्द, सड़वा, रानीताल, भरवानी, छाईकुआं, बमनी, टौरिया, धनगुवा, पिपरिया, सूरजपुरा रोड, दरगुवा, मेलवार, केवलाई सहित कई गांवाें में ओलावृष्टि का कहर बरपा है।
ओलावृष्टि से फसलें चाैपट
वहीं टीकमगढ़ एवं निवाड़ी में भी ओलावृष्टि से फसलें चाैपट हाे गई हैं। एक महिला का कृषक मक्खन देवी पत्नी शंकर निवासी पृथ्वीपुर जिला निवाड़ी का वीडियाे तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हाे रहा है। जिसमें वह फसलाें के बर्बाद हाेने से बेहाल महिला बुरी तरह से राेती-बिलखती दिखाई दे रही हैं।
चना, मटर, सरसों, अरहर की फसल बर्बाद
शनिवार काे भी शाम से लेकर रात 9 बजे तक अलग-अलग स्थानों पर जमकर ओलावृष्टि हुई थी। जिससे रबी सीजन की चना, मटर, सरसों, अरहर की फसल बर्बाद हो गई और बड़े-बड़े ओलों की चोट से कच्चे घरों की छत सहित कई वाहनों के कांच चकनाचूर हो गए हैं। जिले की छतरपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम ब्रजपुरा, आमखेरा, बड़ामलहरा तहसील के ग्राम भगवां, खरदूती, सिजवाहा, सेरोरा, बमनीघाट, देवरान, बिजावर तहसील के ग्राम गुलगंज, मातगुवां, रजपुरा, घिनौची, छापर सहित कई अन्य गांवों में ओलों ने कहर बरपा दिया है।
शुक्रवार की शाम नौगांव तहसील के अंतर्गत हरपालपुर अंचल के ग्राम गुढ़े, सरसेड़, काकुनपुरा, कैथोकर, लहदरा, अमां, परेथा में ओेलों ने फसलों को 60-70 प्रतिशत तबाह कर दिया था।
हालातों पर सरकार की नजर
पूरे हालातों पर सरकार नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अनुसार अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्राथमिकता से सर्वे कराकर क्षति का आकलन करें, ताकि किसानों को शीघ्रातिशीघ्र यथोचित सहायता की जाए।