Coronavirus cases increasing rapidly will start decreasing in few weeks caution necessary says aiims expert: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। एक दिन में 90 हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट के भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आज नए स्ट्रेन के एक दिन में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (AIIMS Delhi) में न्यूरोसर्जरी के प्रोफेसर डां पीएस चंद्रा ने कहा कि देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले कुछ हफ्तों में घटने लगेंगे, लेकिन सावधानी जरूरी है। हमें स्थिति खराब न होने की उम्मीद करते हुए खराब स्थिति तैयारी से निपटने की तैयारी करनी चाहिए।
समाचार एजेंसी से बात करते हुए डा चंद्रा ने अफ्रीका का उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ हफ्तों में मामले गिरने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में मामले गिरने लगे है, शायद ही कोई मामला वहां सामने आ रहा है। ये उम्मीद की किरण हैं, लेकिन हमें सतर्क रहना होगा। सबसे पहली बात यह बहुत संक्रामक है। ऐसे में हमें सावधानी बरतने में कोताही नहीं करनी चाहिए। मास्क लगाना, शारीरिक दूरी और वर्क फ्राम होम जारी रखें। किसी भी प्रकार की अनावश्यक यात्रा से बचें, किसी भी प्रकार की अनावश्यक कार्यक्रम में शामिल होने से बचें। सार्वजनिक सभा का आयोजन नहीं चाहिए। इन सब चीजों का ध्यान रखना है।
हर्ड इम्युनिटी को बढ़ाएगा ओमिक्रोन
डां चंद्रा ने आगे कहा कि ओमिक्रोन वायरस अत्यधिक संक्रामक है और यह हर्ड इम्युनिटी को बढ़ाने वाला है। उन्होंने कहा कि हमें सावधानी की भावना के साथ आगे बढ़ना चाहिए। हमारी रणनीति यह होनी चाहिए कि हम सबसे बुरे वक्त के लिए तैयारी करें और अच्छी स्थिति के लिए आशा करें। बड़ी संख्या में संक्रमित लोगों में संक्रमण के लक्षण नहीं हैं, जो कि अच्छा है। इससे हर्ड इम्युनिटी बढ़ने की संभावना है। बहुत लोग संक्रमित हो रहे हैं और उनमें कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं।
अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने को लेकर चिंता
डां चंद्रा ने अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने को लेकर चिंता व्यक्त की और सावधानी बरतने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी दूसरी चिंता यह है कि हमारी देश की आबादी ज्यादा है। इसलिए अगर एक प्रतिशत आबादी को भी अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होगी, तो यह एक बड़ी संख्या होगी। हम नहीं चाहते कि हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाए। इस दृष्टिकोण से यह प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बन जाती है। ओमिक्रोन को हल्का संक्रमण समझकर सावधानी बरतने में कोताही नहीं करनी चाहिए। लोगों को न केवल अपने लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए भी सावधान रहना होगा।